Partly False

मोरक्को में आये भूकंप से जोड़ कर वायरल पोस्ट में दर्शायी गयी तस्वीरें पुरानी हैं।

पुराने भूकंप और सुनामी की तस्वीरों को मोरक्को में आये हादसे का बता कर शेयर किया गया है।

मोरक्को में शुक्रवार देर रात जबरदस्त भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.8 मापी गई। भूकंप की इस त्रासदी में मरने वालों की संख्या 

वहीं भूकंप का केंद्र पर्यटन के लिए मशहूर मरक्केश शहर से 71 किमी दूर दक्षिण-पश्चिम में 18.5 किमी की गहराई में बताया गया। दुनिया के तमाम देशों की तरफ से हादसे में मारे गए लोगों के लिए दुःख व सवेंदना प्रकट की जा रही है। तो वहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी G20 समिट के दौरान मोरक्को हादसे में मृतकों के लिए दुःख जताया। ऐसे में कई पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिनको मोरक्को में आये भूकंप से जोड़ा जा रहा है। वायरल एक पोस्ट में यूज़र द्वारा कुछ तस्वीरें साझा की गई हैं जो तबाही की दास्तां को अलग अलग तरीके से दिखा रही हैं। यूज़र ने दावा किया है कि ये तमाम तस्वीरें मोरक्को में आये हादसे से हुई तबाही की हैं। 

तस्वीर साझा करते हुए यूज़र ने कैप्शन में लिखा है कि “मोरक्को में आए भूकंप ने तबाही मचा दी है,जान माल का भारी नुकसान हुआ है। अल्लाह इस अजाब से राहत दे मलबे के नीचे दबे लोगों को हिफाज़त फरमा,जो इस दुनिया से रुखसत कर गए उनकी मगफिरत फरमा।”

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

इसके लिए पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें पहली तस्वीर  पिक्साबे डॉट कॉम पर अपलोडेड मिली जिसे 13 सितम्बर 2016 में देखा जा सकता है। हालांकि तस्वीर के बारे में कुछ खास जानकारी नहीं दी गयी थी  इसलिए हमने और पड़ताल की। फिर हमें यहीं तस्वीर जीओ इंजीनियर नाम की वेबसाइट पर एक लेख में प्रकाशित मिली। जिसमें बताया गया था कि 27 फरवरी, 2010 को माउले, चिली में आया भूकंप 1900 के बाद आया पांचवां सबसे बड़ा भूकंप था। इसका प्रभाव मध्य चिली तट के 600 किमी तक महसूस किया गया। भूकंप ने कई आधुनिक संरचनाओं और सुविधाओं का परीक्षण किया। शटरस्टॉक, क्रश पिक्सेल की वेबसाइट पर यहीं तस्वीर इस कैप्शन के साथ है कि ये भूकंप के बाद की तस्वीर है। 

अब हमने दूसरी तस्वीर के बारे में पड़ताल की जो तुर्की में आये विनाशकारी भूकंप की थी। इसके बारे में हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिले जिनमें वायरल यहीं तस्वीर दिखाई दी। 

6 फरवरी 2023 में आये तुर्की में विनाशकारी भूकंप ने जान माल का बड़ा नुकसान किया था। जिसमें संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम यानी की (यूएनडीपी) अनुसार करीब 15 लाख लोग बेघर हो गए हुए थें।

अब हमने तीसरी तस्वीर का रिवर्स इमेज किया और ये पता लगाया कि इसमें दिख रही वायरल रही तस्वीर जापान की है। जब साल 2011 मार्च में ईस्ट जापान में भूंकप के बाद सुनामी आयी थी। हमें इससे संबंधित कई मीडिया रिपोर्ट दिखाई दिए। 9 .0  तीव्रता पर आया ये भूकंप जापान के इतिहास में सबसे बड़ा भूकंप माना जाता है जिसमें 15,000 से अधिक लोग मारे गए थे। जबकि एक रिपोर्ट में इसी तस्वीर के नीचे कैप्शन में यह लिखा था कि 12 मार्च, 2011 को एक हेलीकॉप्टर से ली गई तस्वीर से पता चलता है कि जापान में 9.0 की तीव्रता वाले सबसे शक्तिशाली भूकंप के बाद मियागी प्रान्त के केसेनुमा शहर में सुनामी में किस प्रकार से जहाज बह गए थे। (क्योदो)

इसके बाद हमने बाकि की तीन तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया जिनको हमने मोरक्को में आये हादसे का ही पाया। प्रकाशित रिपोर्टों में इन तस्वीरों को देख सकते हैं।

इससे हम ये स्पष्ट होते है कि वायरल पोस्ट के साथ किया गया दावा आंशिक रूप से गलत है।

निष्कर्ष-

तथ्यों की जाँच के बाद हमने ये पाया कि वायरल पोस्ट के साथ किया गया दावा आंशिक रूप से गलत है। पोस्ट में दिखाई गयी कुछ तस्वीरें पुराने भूकंप की है जिनको मोरक्को में आये हाल के भूकंप का बता कर गलत दावा किया गया है।

Title:मोरक्को में आये भूकंप से जोड़ कर वायरल पोस्ट में दर्शायी गयी तस्वीरें पुरानी हैं।

Written By: Priyanka Sinha

Result: Partly False

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