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काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में नीता अंबानी की विसिटिंग प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति की खबर फर्जी है |

सोशल मीडिया पर रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक नीता अंबानी को लेकर अलग अलग समय पर गलत व भ्रामक ख़बरें फैलायी जाती रहीं हैं, वर्तमान में भी सोशल मंचों पर फ्री प्रेस जर्नल नामक वेबसाइट द्वारा एक खबर को साझा किया जा रहा जिसके माध्यम से दावा किया जा रहा है कि नीता अंबानी को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संकाय में विजिटिंग प्रोफेसर बनाया गया है | 

वेबसाइट पर प्रकाशित लेख में लिखा गया है कि देश के सबसे बड़े व्यापारिक समूह, रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्ष और कार्यकारी निदेशक, नीता अंबानी को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संकाय में एक विजिटिंग प्रोफेसर बनाया गया है | इस वेबसाइट के लिंक को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर काफी तेजी से फैलाया जा रहा है |

फ्री प्रेस जर्नल | आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि..

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अनुसंधान से ये ज्ञात हुआ है कि ये खबर गलत है, नीता अम्बानी को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में विसिटिंग प्रोफेसर के रूप में नियुक्त नही किया गया है |

जाँच की शुरुवात हमने उपरोक्त पोस्ट से संबंधित ख़बरों को गूगल पर कीवर्ड सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जो इस बात की पुष्टि करे कि नीता अंबानी बी.एच.यू में विसिटिंग प्रोफेसर नियुक्त की गईं है |

तद्पश्चात फैक्ट क्रेसेंडो ने रिलायंस कंपनी के मीडिया डिपार्टमेंट से संपर्क किया जिन्होंने हमें इस बात की पुष्टि की कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर सरासर गलत है | नीता अंबानी की बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में विसिटिंग प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति नहीं हुई है और न की कोई ऐसा न्योता यूनिवर्सिटी से तरफ से श्रीमती नीता अंबानी को आया है |

इसके आलावा रिलायंस कंपनी द्वारा हमें बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी द्वारा इस खबर के सन्दर्भ में जारी की गयी प्रेस विज्ञप्ति उपलब्ध करायी गई, इस प्रेस विज्ञप्ति में लिखा गया है कि श्रीमती नीता अंबानी को विश्वविद्यालय के किसी भी संकाय/विभाग/केंद्र में विसिटिंग प्रोफेसर नियुक्त करने या शिक्षण की कोई जिम्मेदारी देने संबंधी कोई भी आधिकारिक निर्णय विश्वविद्यालय प्रशासन ने नही लिया है और न ही ऐसा कोई प्रशासनिक आदेश जारी किया गया है |

नीचे आप इस प्रेस विज्ञप्ति को देख सकते है |

इसके आलावा हमें ANI द्वारा प्रकाशित एक ट्वीट भी मिला जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावे को “फर्जी” बताते हुए लिखा है कि “बता दें कि नीता अंबानी (तस्वीर में) बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में एक लेक्चरर होंगी, जो फर्जी हैं। उन्हें BHU: Reliance Industries Limited के प्रवक्ता से ANI का निमंत्रण नहीं मिला है |”

आर्काइव लिंक 

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चत हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | नीता अंबानी को बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में विसिटिंग प्रोफेसर के रूप में नियुक्त नही किया गया है |

Title:काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में नीता अंबानी की विसिटिंग प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति की खबर फर्जी है |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False

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