६ अप्रैल २०१९ को नेहा शर्मा नामक फेसबुक यूजर ने एक पोस्ट की | पोस्ट में तीन तस्वीरें संग्लित की गई हैं | तस्वीरों के शीर्षक में लिखा गया है कि “हैरान हूं गालिब, तुम्हे मस्जिद में देख कर, ऐसा भी क्या हुआ जो #खुदा याद आ गए | ये काम अगर राहुल गांधी करे तो वो पाकिस्तानी है !” तस्वीरों में हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को किसी मज़ार पर पुष्प माला चढ़ाते हुए देख सकते है | दूसरी तस्वीर में हम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व नरेन्द्र मोदी जी की उपस्थिति देख सकते है | तस्वीरों के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि नरेन्द्र मोदी किसी मस्जिद में माथा टेकने गए थे | साथ साथ यह भी कहा जा रहा है कि अगर यह तस्वीर राहुल गांधी की होती तो उन्हें पाकिस्तानी का टैग लगा दिया जाता | यह तस्वीर काफ़ी चर्चा में है व तेजी से साझा किया जा रहा है | फैक्ट चेक किये जाने तक इस तस्वीर ने १७००० से ज्यादा प्रतिक्रियाएं प्राप्त की थी |
देश में आम चुनाव चल रहे है, जिस वजह से इस तरह की पोस्ट काफी वायरल की जा रही है | चूँकि यह पोस्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा मस्जिद को भेंट करने का दावा करती है, इसीलिए हमने इस पोस्ट की सच्चाई जानने की कोशिश की |
संशोधन से पता चलता है कि..
जांच की शुरुआत हमने तस्वीरों का स्क्रीनशॉट लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की | परिणाम से हमें डीएनए इंडिया द्वारा प्रकाशित खबर मिली | २८ जून २०१८ को प्रकाशित खबर में लिखा गया है कि “पीएम मोदी ने संत कबीर दास के विचारों का दाखिला देकर उत्तर प्रदेश के मगहर की रैली में प्रतिद्वंद्वियों पर हमला किया” | इस खबर में हम उपरोक्त तस्वीर को देख सकते है | तस्वीर के नीचे लिखा गया है कि पीएम मोदी ने यूपी के संत कबीर नगर जिले में, मगहर के संत कबीर मजार में चादर चढ़ाई | यह तस्वीर पीटीआई द्वारा खिंची गयी है |
हमें उपरोक्त दोनों तस्वीरें प्रधानमंत्री के सरकारी अधिकारिक वेबसाइट पर भी मिली | २८ जून २०१८ को प्रकाशित तस्वीरों के नीचे लिखा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संत कबीर की मज़ार पर चादर चढ़ाई | दोनों तस्वीरों में हम प्रधानमंत्री मोदी को मजार पर चादर व फुल चढ़ाते हुए देख सकते है |
इंटरनेशनल ब्राडकास्टिंग ऑफ़ ग्लोबल न्यूज़ के वेबसाइट पर भी हमें यह तस्वीरें मिली जिसके नीचे लिखा गया है कि नरेंद्र मोदी ने कबीर के मजार पर चादर चढ़ाई तथा मगहर में महान संत और कवि कबीर को श्रद्धांजलि अर्पित की |
३० जून २०१८ को सिआसत डेली द्वारा प्रकाशित खबर में उपरोक्त तस्वीरों का उल्लेख करते हुए लिखा है कि कबीर के मज़ार पर पीएम मोदी ने चादर चढ़ाई |
तीसरी तस्वीर को हमने यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च पर ढूँढा तो परिणाम द्वारा हम २७ जून २०१८ को एएनआई यूपी के ट्वीट पर पहूँचे | ट्वीट में लिखा गया है कि “संत कबीर नगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मगहर में संत कबीर की मजार पर ‘चादर’ चढ़ाते हैं” | ट्वीट के साथ एक तस्वीर साझा की गई है | तस्वीर में हम नरेन्द्र मोदी को संत कबीर की मजार पर ‘चादर’ चढ़ाते हुए देख सकते है व योगी आदित्यनाथ उनके पीछे खड़े है |
निष्कर्ष: संशोधन के पश्चात हमने उपरोक्त तस्वीरों के माध्यम से किया गए दावों को गलत पाया | तस्वीरों के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि नरेन्द्र मोदी ने मस्जिद के मज़ार पर चादर चढ़ाई | नरेन्द्र मोदी मस्जिद नहीं गए बल्कि वे संत कबीर के मज़ार पर चादर चढाने गए थे |
Title:क्या है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मस्जिद जाने का सच…
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
एक रोते हुए बुजुर्ग शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा…
इस वीडियो का पहलगाम आतंकी हमले से कोई संबंध नहीं है, एबीपी न्यूज की पुरानी…
अस्पताल के बेड पर लेटे हुए एक शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से…
पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से स्थगित की गई सिंधु जल संधि को…
पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जोड़ कर फारूक अब्दुल्ला का ऐसा कोई बयान नहीं…
भारतीय सेना की तरफ से पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई के दावे से वायरल वीडियो अप्रैल…