इस मामले का कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। इस मामले से संबंधित दोनों युवक और युवती हिन्दू है।
सोशल मीडिया पर दिल को दहला देने वाली एक वीडियो काफी वायरल हो रही है। वीडियो में एक युवक एक महिला को बुरी तरह से पीटते हुए नज़र आ रहा है। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है ये वीडियो मध्य प्रदेश से है जहाँ युवती को पीटने वाला आरोपी मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखता है, जबकि युवती हिंदू समुदाय है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि युवक लड़की को पकड़ कर खड़ा है। हाथ पकड़े खड़ा युवक गुस्से में आकर लड़की को पहले थप्पड़ मारता है और फिर उसे उठाकर पटक देता है। इसके बाद युवती के चेहरे को लात मार मारकर कुचलने की कोशिश करता है।
हालांकि फैक्ट क्रेसेंडो को इस मामले में सांप्रदायिक एंगल कोई प्रमाण नै मिला।
सोशल मीडिया पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “मां – बाप , समाज के लाख समझाने के बाद भी ‘मेरा अब्दुल वैसा नहीं है’ कहने वाली हिन्दू लड़कियों के साथ कुछ ऐसा ही होता है , हां हो सकता है अंदाज़ कुछ अलग हो लेकिन होता ऐसा ही है Real seen from MP”
इस वीडियो को फेसबुक पर काफी तेजी से फ़ैल रहा है।
अनुसन्धान से पता चलता है कि….
जाँच की शुरुआत में हमने इस वीडियो से संबंधित कीवर्ड सर्च कर न्यूज़ रिपोर्ट्स को ढूँढा, जिसके परिणाम से हमें 25 दिसंबर 2022 को लाइव हिंदुस्तान द्वारा प्रसारित खबर मिली। रिपोर्ट के अनुसार ये वीडियो मध्य प्रदेश के रीवा जिले से हैं जहां युवती के शादी करने की मनाही पर बॉयफ्रेंड इस कदर भड़क गया कि उसने गर्लफ्रेंड को मार-मारकर बेहोश कर दिया। आगे ये बताया गया है की पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की है।
आजतक द्वारा प्रकाशित खबर के अनुसार, रीवा पुलिस ने आरोपी पंकज त्रिपाठी पर अपहरण, मारपीट सहित अन्य धाराओं पर केस दर्ज किया है। साथ ही वीडियो वायरल करने वाले युवक के खिलाफ आईटी एक्ट में मामला दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस ने पहले शांति भंग की धारा में केस दर्ज किया था। क्योंकि ये मामला रीवा के मऊगंज से है इस वजह से इस केस में लापरवाही बरतने पर मऊगंज थाना प्रभारी श्वेता मौर्य को सस्पेंड कर दिया गया है।
रीवा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर ने बताया कि युवक मऊगंज कस्बे के ढेरा गांव का रहने वाला है, जबकि लड़की किसी और गांव की रहने वाली है।
सम्बंधित सभी रिपोर्ट में आरोपी का नाम पंकज त्रिपाठी बताया गया है। इनके रिपोर्ट आप यहाँ, यहाँ पढ़ सकते है।
आगे फैक्ट क्रेसेंडो ने रीवा के एसपी नवनीत भसीन से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया कि इस मामले से साथ संप्रदायिकता का कोई संबंध नहीं है। इस मामले से संबंधित दोनों युवक और युवती हिन्दू है। आरोपी का नाम पंकज त्रिपाठी हैं जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
निष्कर्ष:
तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। वायरल वीडियो मध्य प्रदेश के रीवा से है जहाँ दोनों पीड़ित और आरोपी एक ही समुदाय से है। दोनों ही हिन्दू है और इस मामलें का संप्रदायिकता से कोई मतलब नहीं है।
Title:रीवा मामले में युअक और युवती हिन्दू है, इस मामले का संप्रदायिकता से कोई संबंध नहीं है।
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
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