मल्लिकार्जुन खड़गे असल में पोडियम में भाषण देने जाने के लिए खड़े थे।
कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जीत के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल किया जा रहा है। इस रैली में हम मंच पर राहुल गाँधी, सोनिया गाँधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता को खड़े देख सकते है। इस वीडियो में सारे नेताओं का अभिवादन करने के बाद हम कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी को बैठते हुए देख सकते है जबकि उनके बाजु में मल्लिकार्जुन खड़गे खड़े दिखते है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शेयर करते हुए यूजर का दावा है कि मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस के अध्यक्ष होने के बावजूद उनको कुर्सी पर बैठने के लिए सोनिया गाँधी की अनुमति लेना पड़ता है। यूजर का कहना है कि मल्लिकार्जुन खड़गे को इस तरीके से खड़े रखकर उनका अपमान किया जा रहा है।
वायरल पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “’मुझे यह जंजीर फिल्म के मशहूर डायलॉग की याद दिलाता है, ‘जब तक बैठने को नहीं कहा जाए, शराफ़त से खड़े रहो…’कांग्रेस को वोट देने का मतलब है सोनिया और राहुल गांधी को अप्रत्यक्ष तरीके से कर्नाटक चलाने देना! ऐसा मत होने देना, कर्नाटकवासियों। आप बहुत स्वाभिमानी हैं।”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुवात हमने वायरल वीडियो को यूट्यूब और गूगल पर कीवर्ड सर्च कर ढूँढने से शुरू की, जिसके परिणाम से हमें यूट्यूब पर कांग्रेस के चैनल वायरल वीडियो का लंबा वर्शन मिला। इस आयोजन का लाइव स्ट्रीम कांग्रेस ने अपने चैनल से 6 मई 2023 को अपलोड किया था। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “जॉइंट मेगा रैली, हुबली, कर्नाटक”। वीडियो में हम 22 मिनट 50 सेकंड के टाइमस्टाम्प पर वायरल वीडियो वाला हिस्सा देख सकते हैं।
इस वीडियो के शुरुवात में हम सारें कांग्रेस नेताओं को स्टेज पर आ कर राहुल गाँधी, सोनिया गाँधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को अभिनंदन देते है जिसके तुरंत बाद तीनों को एक साथ बैठते हुए देख सकते है। इस दृश्य को आप 1 मिनट 9 सेकंड के टाइमस्टैम्प से देख सकते है।
इस वीडियो को ध्यान से देखकर पर हम सोनिया गाँधी को अपना भाषण ख़त्म करने के बाद उनके सीट पर जाकर बैठते हुए देख सकते है, ये हिस्सा आप वायरल वीडियो के टाइमस्टाम्प के पहले देख सकते है। मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गाँधी इसके बाद खड़े होकर सोनिया गाँधी का अभिवादन करते है। इसके थोड़े देर बाद हम खड़गे को सोनिया गाँधी के बैठने के बाद पोडियम की तरफ़ बढ़ते हुए देख सकते है। इस वीडियो में 23 मिनट के टाइमस्टैम्प में देख सकते है कि खड़गे पोडियम के तरफ बढने के लिए खड़े रहते है। इस हिस्से को काटकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। खड़गे असल में सोनिया गाँधी के अनुमति का इंतज़ार नहीं कर रहे थे बल्कि वे पोडियम के तरफ़ जाने के लिए खड़े थे।
निष्कर्ष-
तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। वायरल वीडियो अधुरा है जिसका ये मतलब है कि मूल वीडियो के आगे और पीछे के हिस्से को काटकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। मल्लिकार्जुन खड़गे असल में सोनिया गाँधी की इजाज़त का इंतज़ार नहीं कर रहे थे बल्कि वे पोडियम में भाषण देने जाने के लिए खड़े थे।
Title:मल्लिकार्जुन खड़गे के अपमान का वीडियो भ्रामक और अधुरा है।
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
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