७ अगस्त २०१९ को Huma Naqvi नामक फेसबुक यूजर ने एक विडियो पोस्ट किया, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “देश में बेरोज़गारी इतनी हो गई है कि, कुछ सीट के लिए एयरफोर्स भर्ती में छात्रों की इतनी भीड़ हो गई कि जालंधर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, लाठियों से बचने के लिए बेरोज़गार दीवार फांदकर भागने लगे तो live wire में झुलस गए, और कई की मौत हो गई… किसी मीडिया को फुर्सत नहीँ देश को बेरोज़गारों की मौत की ख़बर बताने की… अफ़सोस…”|
इस विडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि सड़क पर गिरे लोग वायु सेना के उम्मीदवार थे जिनपर जालंधर पुलिस ने लाठी चार्ज किया था, व भागने की कोशिश में कई छात्र कांटेदार तार पर फंस गए और उनमें से कई लोगों की जान चली गई है |
संशोधन से पता चलता है कि..
जांच की शुरुआत हमने इस विडियो को इनविड टूल का इस्तेमाल करते हुए छोटे छोटे की फ्रेम्स में तोडा व गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया, जिसके परिणाम से हमें ५ अगस्त २०१९ को टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्वारा प्रकाशित खबर मिली, जिसके अनुसार जालंधर में दीवार गिरने के कारण पंजाब आर्म्ड पुलिस ग्राउंड में आयोजित भारतीय वायु सेना भर्ती रैली में भाग लेने आए इक्कीस युवक घायल हो गए | खबर में लिखा गया है कि “भर्ती रैली में भाग लेने के लिए हजारों युवा आए थे और सूत्रों के अनुसार उनमें से कई दीवार से पीट टेक कर खड़े थे जिसके कारण दीवार गिर गयी”।
खबर के अनुसार इस घटना में किसी की भी मौत नही हुई है।
इस प्रकरण पर हमने जालंधर (पंजाब) के एसएसपी नवजोत सिंह महल से संपर्क किया उन्होंने हमें बताया कि “सोशल मीडिया पर किये गए दावें गलत है, जालंधर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज नही किया गया था | असल में यह घटना ५-६ दिन पुरानी है, भारतीय वायु सेना की भर्ती रैली में आये हुए युवक ग्राउंड की एक दीवार को टेक कर खड़े थे जिसके कारण दीवार गिर गयी, और ये छात्र घायल हये, इस घटना में किसी की भी मौत नही हुई” | ANI द्वारा प्रकाशित एक खबर के अनुसार “स्थानीय लोगों के अनुसार छात्रों को परिसर में उचित बैठने और प्रतीक्षा सुविधाओं की कमी के कारण लंबी कतारों और सड़कों में इंतजार करने के लिए मजबूर किया गया था, जिसके चलते कई छात्र दिवार का सहारा ले खड़े थे, दिवार पर ज़्यादा ज़ोर पड़ने व दिवार पुरानी व कमज़ोर होने के कारण डह गयी व कई छात्र इसकी चपेट में आ गये |
६ अगस्त २०१९ को द ट्रिब्यून द्वारा प्रकाशित खबर के अनुसार, “सीमा की दीवार ५.५ किलोमीटर थी और इसे मजबूत करने के लिए हाल ही में कांटेदार तार लगाया गया था, लेकिन आज की घटना से पता चलता है कि अत्यधिक सुरक्षित क्षेत्र की दीवारें कितने नाजुक होती है, यहां तक कि लगभग ३०-४० युवाओं ने कथित तौर पर इस दीवार पर टेकने के कारण यह दीवार गिर गई व परिसर में प्रवेश करने के लिए एक नया रास्ता बना दिया” | पुलिस ने कहा कि अतिरिक्त वजन के कारण यह दीवार गिरी है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है, युवकों पर जालंधर पुलिस ने लाठी चार्ज नही किया है, व इस प्रकरण में किसी की भी मौत नहीं हुई है।
Title:जालंधर पुलिस ने वायु सेना भर्ती के उम्मीदवारों पर लाठीचार्ज नहीं किया और ना ही इस घटना में किसी की मौत हुई।
Fact Check By: Aavya RayResult: False
भारतीय सेना की तरफ से पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई के दावे से वायरल वीडियो अप्रैल…
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने भारत में…
यह वीडियो पहलगाम आतंकी हमले से सम्बंधित नहीं है, यह वैष्णो देवी रोपवे के विरोध…
पहलगाम हमले के बाद सोशल मीडिया पर एबीपी न्यूज की एक वीडियो रिपोर्ट के जरिए…
CAA प्रदर्शन के दौरान की पुरानी तस्वीरों को फर्जी कम्युनल एंगल से शेयर किया जा…
बीआर आंबेडकर की यह प्रतिमा चीन की नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की है,…