सोशल मीडिया पर एक स्कूल की तस्वीरों का कोलाज शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह स्कूल उत्तर प्रदेश के संभल जिले में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा हाल ही में बनाया गया है। तस्वीरों को शेयर करते हुए यूजर्स लिख रहे हैं कि अगर स्कूल दिल्ली का होता तो इसके बारे में विदेशी अखबारों में लिखा होता।
वायरल पोस्ट के साथ यूजर्स लिख रहे हैं- चौकिए बिल्कुल नही..ये प्राईमरी स्कूल उत्तर प्रदेश के जिला संभल में है- अगर ये दिल्ली की तस्वीर होती तो सड़ जी विदेशी अखबार में छपवा देते.. जय हो योगिराज की
यह खबर फेसबुक पर तेजी से वायरल हो रही है।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
वायरल पोस्ट में दिए गए स्कूल के बारे में हमने गूगल पर अलग अलग कीवर्ड से सर्च किया। हमें 19 जनवरी 2017 को ‘अमर उजाला’ द्वारा प्रकाशित एक खबर में इस प्राथमिक विद्यालय का पूरा विवरण मिला। खबर के मुताबिक यह स्कूल यूपी के मुरादाबाद मंडल के जनपद सम्भल का यह प्राइमरी स्कूल है । और इस स्कूल का नवीनीकरण किसी सरकार या राजनेता ने नहीं, बल्कि एक प्रधानाध्यापक ने किया है।
खबर के मुताबिक पाकबड़ा क्षेत्र के गांव लोधीपुर राजपूत निवासी कपिल कुमार 3 अगस्त 2010 में जिला सम्भल के इटायला माफी प्राइमरी स्कूल में तैनात हुए। उस वक्त स्कूल में कुल 25 बच्चे थे। 14 जुलाई 2015 में कपिल को इसी स्कूल में प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी मिली।
कपिल ने अपने स्कूल को पब्लिक स्कूलों से बेहतर बनाने की ठान ली और अपने मिशन में जुट गए। वे अब तक अपने खर्चे से 12 लाख खर्च कर चुके हैं।
आगरा के वर्तमान जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह द्वारा 10 अक्टूबर 2016 को प्रकाशित एक ट्वीट में मिलीं।
ट्वीट से स्पष्ट है कि योगी आदित्यनाथ के 19 मार्च 2017 को पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से पहले प्राथमिक विद्यालय का नवीनीकरण किया गया था।
आगे बढ़ते हुए 7 फ़रवरी 2017 को द लल्लनटोप यूट्यूब चैनल में प्रकाशित एक खबर मिली जिसमें कपिल कुमार को स्कूल के बारे में बताते हुए सूना जा सकता है। कपिल कहते हैं कि पहले स्कूल की दीवारें टूटी फूटी थीं। स्कूल में बच्चों के लिए कोई सुविधा नहीं थी। उन्होंने स्कूल को बेहतर बनाने के लिए अपनी पूंजी से अभी तक 14 से 15 लाख रुपये का निवेश किया है।
कपिल सरकारी फंडिंग के बारे में बताते हुए कि सरकार स्कूल के विकास के लिए 5000 रुपये का वार्षिक बजट आवंटित करती है और यह अपर्याप्त है।
सम्भल के सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य कपिल मलिक को इसके लिए योगी आदित्यनाथ द्वारा 2020 में सम्मानित किया गया है।
योगी सरकार में सरकारी स्कूलों की सुधार. .
फ़रवरी 2020 को प्रकाशित खबर के मुताबिक यूपी में लगभग 30 हजार प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में बदलावकरने का योजना बनाया गया था। इस बदलाव का उद्देश्य राज्य में शिक्षा सुविधाओं में लगातार सुधार करना है। इसके लिए ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ शुरू किया गया।
निष्कर्ष-
तथ्यों की जांच के पश्चात हमने पाया कि उत्तर प्रदेश के संभल जिले के इस प्राथमिक विद्यालय को 2016 में यानी योगी आदित्यनाथ सीएम बन्ने से पहले नवीनीकरण किया गया था।
Title:कान्वेंट जैसा ये सरकारी स्कूल योगी सरकार ने नहीं बनाया; पुरानी तस्वीरे गलत दाव के साथव वायरल
Fact Check By: Saritadevi SamalResult: False
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