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गुजरात के एक वीडियो को उत्तर प्रदेश में दलित महिला की सवर्णों द्वारा पिटाई बता वाईरल किया जा रहा है |

सोशल मीडिया पर कुछ पुरुषों द्वारा एक महिला को पीटने के एक वीडियो को उत्तर प्रदेश की एक घटना के रूप में साझा किया जा रहा है, जिसके माध्यम से दावा किया जा रहा है कि यह महिला दलित जाति से है जिसने ऊँचे जाति के लोगों के कुएं से पानी भरा था जिसके कारण ऊँची जाति के लोग उसे पीट रहे है | वीडियो में एक महिला को कुछ पुरुषों द्वारा बेरहमी से पीटते हुए दिखाया गया है जो उसे अपने हाथों व डंडो से पीटते हैं और उसके बालों को हिंसक रूप से खींचते हैं , वीडियो में महिला को जोर से चिल्लाते हुए सुना जा सकता है |

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “यूपी के रामराज्य की घटना है | ऊंची जाति के कुएं से पानी निकालने वाली एक दलित महिला को ऊंची जाति वालो के कुएं से पानी भरने की सजा देते ऊंची जाति के लोग!!”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुवात हमने गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें हमें तुर्की भाषा में एक रिपोर्ट मिली जिसमें कहा गया था कि यह घटना गुजरात के छोटा उदेपुर में हुई थी और वीडियो में देखी गई लड़की को उसके प्रेमी के साथ भागने के लिए पीटा गया था | लेख के अनुसार, घर लौटने के बाद लड़की को उसके पिता के सामने पीटा गया था | इसके बाद लड़की के पिता ने कथित तौर पर घटनास्थल पर मौजूद १३ लोगों के खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी |

आर्काइव लिंक

फैक्ट क्रेसेंडो से छोटे उदेपुर के एस.पी एम्.एस भाबोर से संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि

“ऊँची जाति के कुएं से पानी पीने के लिए एक दलित महिला की पिटाई करने का दावा गलत है | यह घटना छोटा उदेपुर के बिल्वंत गांव में तीन हफ्ते पहले हुई थी | लड़की नाबालिग है और घटना से जाति का कोई संबंध नहीं है | ग्रामीणों द्वारा अपने प्रेमी के साथ भागने पर लड़की की पिटाई की गई थी | इस घटना के बारें में प्राथमिकी दर्ज की गई है और अब तक १६ लोगों को गिरफ्तार किया गया है |”

इसके आलावा हमें २८ मई २०२० को टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्वारा प्रकाशित एक खबर मिली, जिसके अनुसार यह घटना २१ मई २०२० को गुजरात के बिल्वंत गाँव में घटी थी और पीड़ित एक १६ वर्षीय लड़की है, जो उसी गाँव के एक युवक के साथ भागी थी | रिपोर्ट के अनुसार, लड़की के परिवार के कुछ सदस्य भी पिटाई में शामिल थे |  रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि १५ लोगों के खिलाफ दंगा, मारपीट, आपराधिक धमकी,  यौन उत्पीड़न सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम का उल्लंघन और POCSO अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए है |

आर्काइव लिंक

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | गुजरात की एक घटना जिसमें प्रेम प्रसंग के चलते एक नाबालिग लड़की को अपने प्रेमी के संग सहपलायन करने की वजह से ग्रामीणों द्वारा उसकी पीटाई की गई थी,  इस प्रकरण को उत्तर प्रदेश में जातीय हिंसा की कहानी के रूप में गलत तरीके से साझा किया जा रहा है |

Title:गुजरात के एक वीडियो को उत्तर प्रदेश में दलित महिला की सवर्णों द्वारा पिटाई बता वाईरल किया जा रहा है |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False

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