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क्या राकेश टिकैत पर गाजीपुर में लगे टेन्टों के किराये का भुगतान न करने पर उत्तरप्रदेश में एफ.आई.आर दर्ज की गई? जानिये सच…

वर्तमान में कुछ महीनों से कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर सोशल मंचों पर कई खबरें, तस्वीरें व वीडियो गलत दावों के साथ वायरल होते चले आ रहे है। फैक्ट क्रेसेंडो ने ऐसे कई वायरल दावों का अनुसंधान कर उनकी सच्चाई आप तक पहुँचायी है। हालही में इंटरनेट पर एक पोस्ट इस दावे के साथ वायरल किया जा रहा है कि किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बोर्डर पर लगे टेन्टों के 6 करोड़ रुपये देने से इनकार कर दिया है जिसके चलते टेन्ट मालिक ने उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस में एफ.आई.आर दर्ज कराई है। 

हालाँकि इस दावे में राकेश टिकैत के ऊपर एक तंज कस उन्हें राकेश डकैत बोला जा रहा है ..

वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा है

गाजीपुर बॉर्डर पर लगे टेन्ट का 6 करोड़ रू देने से राकेश डकैत ने मना कर दिया। टेंट वाले की UP थाने में FIR दर्ज। बाबा जी की पुलिस में खुशी की लहर।

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

इस दावे को इंटरनेट पर काफी तेज़ी से साझा किया जा रहा है।

अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रही खबर सरासर गलत है। किसान नेता राकेश टिकैत पर इस प्रकार की कोई एफ.आई.आर दर्ज नहीं हुई है।

जाँच की शुरुवात में हमने वायरल हो रहे दावे को गूगल पर कीवर्ड सर्च किया, परंतु हमें ऐसा कोई समाचार लेख नहीं मिला जो इस बात की पुष्टि करता हो कि किसान नेता राकेश टिकैत ने टेन्टों के 6 करोड़ रुपये देने से इनकार कर दिया व उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस में इस प्रकरण के लिए  एफ.आई.आर दर्ज की गई है। 

इस बात की पुष्टि करने हेतु हमने राकेश टिकैट के बेटे चरण सिंह टिकैत से संपर्क किया तो उन्होंने इस दावे को गलत बताते हुए कहा कि, “वायरल हो रही खबर बिलकुल फेक है। ऐसा कुछ नहीं हुआ है, व मेरे पिताजी पर ऐसी कोई एफ.आई.आर दर्ज नहीं हुई है।
इसके बाद अधिक जानकारी के लिए हमने उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद के एस.एस.पी कलानिधि नैथानी के दफ्तर में संपर्क किया व हमें बताया गया कि, “हमारे पास ऐसी कोई एफ.आई.आर दर्ज नहीं हुई है। वायरल हो रही यह खबर गलत है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है| किसान नेता राकेश टिकैत पर ऐसी कोई एफ.आई.आर दर्ज नहीं हुई है।

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

.शिवसेना के पोस्टर का रंग बदलकर उसे गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

२.क्या पंजाब में कृषि कानूनों के विरोध के साथ-साथ हिंदी भाषा का ​भी विरोध हो रहा है? जानिये सच

३. झारखण्ड में लड़की पर हमला करने के एक पुराने वीडियो को लव जिहाद के नाम से फैलाया जा रहा है |

Title:क्या राकेश टिकैत पर गाजीपुर में लगे टेन्टों के किराये का भुगतान न करने पर उत्तरप्रदेश में एफ.आई.आर दर्ज की गई? जानिये सच…

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False

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