तस्वीर में दिख रही महिला आईएएस आरती डोगरा नहीं। हमने आईएएस आरती डोगरा से ही बात करके इसकी पुष्टी की।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस ने काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया। इस समारोह में ने एक महिला के पैर छुएं थे। इस तस्वीर को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईएएस आरती डोगरा के पैर छूएं।
वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है, “इस चित्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जिस महिला के चरणों में झुक कर प्रणाम कर रहे हैं वे है “ सुश्री आरती डोगरा “ जो राजस्थान कैडर की आई ए एस अधिकारी हैं और हाल के समय में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के संचालन में महत्वपूर्ण योगदान किया है।”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च कर जाँच की शुरूआत की। अमर उजाला में 16 दिसंबर को इस तस्वीर के एक खबर प्रकाशित हुई थी। उसके मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी काशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण समारोह में एक दिव्यांग महिला मिली थी। वह उनके चरण स्पर्ष करना चाह रही थी पर प्रधानमंत्री ने उसे रोका और खुद ही उनके पैर छूँ लिए। इस महिला का नाम शिखा रस्तोगी बताया है।
आपको बता दें कि शिखा रस्तोगी वाराणसी के सिगरा श्रेत्र की निवासी है। वह घर पर ही सिलाई, बुनाई का काम करती है और डांस का क्लास भी चलाती है।
झी बिहार झारखंड के यूट्यूब चैनल पर भी इस घटना के बारे में वीडियो खबर उपलब्ध है।
फैक्ट क्रेसेंडो फिर राजस्थान कैडर की आईएएस अधिकारी आरती डोगरा से बात की। उन्होंने हमें बताया कि, “वायरल हो रहा दावा गलत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस महिला के पैर छूँ रहे हैं वह मैं नहीं हूँ। मैं राजस्थान में कार्यरत हूँ और इसलिए मेरा बनारस जाने का कोई सवाल ही उठता।“
आरती डोगरा ने 2006 में पहले प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आईएएस आरती डोगरा के पैर नहीं छूएं थे। तस्वीर में दिख रही महिला का नाम शिखा रस्तोगी है।
Title:क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईएएस आरती डोगरा के पैर छुएं है? जानिए सच…
Fact Check By: Rashi JainResult: False
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