यह अगस्त 2024 का वीडियो है, जब महबूब आलम सैकत नाम के एक युवक की तालाब में डूबने से हुई मौत के बाद उसका शव निकाला जा रहा था।
इंटरनेट पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग एक व्यक्ति के शव को पानी से निकाल रहे हैं। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह बांग्लादेश का वीडियो है, जहां पर एक हिंदू व्यक्ति को इस्लाम अपनाने से इनकार करने पर मार दिया गया और उसका शव बांग्लादेश के एक तालाब में मिला। वहीं पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा गया है कि….
तालाब में मिला #हिंदू व्यक्ति का शव; बांग्लादेश में #इस्लाम अपनाने से मना करने पर इस्लामिस्ट ने एक हिंदू शख्स की हत्या कर दी।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वीडियो के फ्रेम्स निकाल कर उसे गूगल लेंस सर्च किया। परिणाम में हमें बांग्लादेश के कुछ फेसबुक उपयोगकर्ताओं के अकाउंट पर वहीं वायरल वीडियो शेयर किया हुआ मिला। हालांकि इसके साथ बांग्लादेश में कैप्शन लिखा था, जिसका अनुवाद करने पर हमें यह पता चला कि कोमिला में एक मुस्लिम व्यक्ति महबूब आलम सैकत का शव बरामद किया गया था। यह वीडियो अगस्त 2024 का है।
इस दौरान हमें बांग्लादेश के ही और फेसबुक यूज़र Ahamed Nawaz नाम से एक अकाउंट पर वायरल वीडियो मिला। यहां हमने यह देखा कि इस यूज़र के कमेंट में बताया गया था कि ‘मोनोहोरगोंज उपजिला, कोमिला के मिर्जापुर गाँव में, सुज्जत अली के घर से दुलाल मिया का मझला बेटा सोइकत नामक एक युवा लड़का बाढ़ के पानी में डूबकर दुखद रूप से मर गया। अल्लाह उसे जन्नत नसीब करे (आमीन)।‘ इस टिप्पणी से पुष्टि होती है कि वीडियो में दिखाया गया युवक इस साल अगस्त में बाढ़ के पानी में डूबकर दुखद रूप से मर गया था, और वह दुलाल मिया का बेटा था। कमेंट देखने से पता चलता है कि इस यूज़र ने मृतक की एक तस्वीर को शेयर किया है।
आगे की जांच से हमें इस घटना पर 27 अगस्त को प्रकाशित ख़बरें मिली। जिसके अनुसार “मोनोहोरगोंज, कोमिला में मिर्जापुर सुज्जत अली परिवार से सऊदी अरब प्रवासी मोहम्मद दुलाल मिया के मझले बेटे महबूब आलम सोइकत (13) की डूबने से दुखद मौत हो गई थी।” महबूब आलम सैकत मिर्गी से पीड़ित थे और नोरहरिपुर के नए बाजार से घर लौटते समय वे बाढ़ के पानी में गिर गए थें। बाढ़ का पानी में तालाब के पश्चिमी किनारे से था। काफी खोजबीन के बाद मृतक शख्स नहर में तैरता हुआ मिला।
रिपोर्ट को यहां और यहां पर देखें।
इसलिए हम कह सकते हैं कि कुछ स्थानीय लोगों द्वारा लड़के के शव को ले जाने का वीडियो गलत सांप्रदायिक दावे से शेयर किया गया है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि, बांग्लादेश में बाढ़ के पानी से एक मुस्लिम लड़के के शव को निकालने का वीडियो गलत तरीके से मुस्लिमों द्वारा हिंदू की हत्या के रूप में साझा किया गया है। वीडियो के साथ किसी भी प्रकार का कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है।
Title:बांग्लादेश में पानी से एक व्यक्ति का शव निकालते लोगों का पुराना वीडियो सांप्रदायिक दावे से वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False
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