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एड्स संक्रमित तरबूज बेचने की खबर पूर्णतः झूठ; ‘दैनिक भास्कर’ के नाम से फर्जी स्क्रीनशॉट वायरल

एड्स संक्रमित तरबूज बेचने वाले मस्लिम युवकों का पर्दाफाश करने वाली दैनिक भास्कर के एक कथित खबर का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। लखनऊ में तरबूज के जरिए एड्स फैलाने की साजिश उजागर करते हुए पुलिस ने आठ मुस्लिक युवकों को गिरफ्तार किया ऐसा इस कथित खबर में दावा किया गया है।

हमारी पड़ताल में यह खबर गलत साबित हुई। लखनऊ में ऐसी कोई भी घटना सामने नहीं आई है।

क्या है दावा?

वायरल स्क्रीनशॉट की खबर का शीर्षक है – “एड्स संक्रमित इंजेक्शन लगा कर बेच रहे थे फल”

फेसबुक पर यह स्क्रीनशॉट काफी वायरल हो रहा है। 

मूल पोस्ट – फेसबुक

अनुसंधान से पता चलता है कि…

इंटरनेट पर लखनऊ पुलिस ने ऐसी कोई कार्रवाई की इसके बारे में समाचार नहीं मिला। इतनी बड़ी खबर यकीनन सुर्खिओं में रहती थी। इस वजह से इसकी सत्यता पर संदेह निर्माण होता है। 

इस खबर के स्क्रीनशॉट को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर पता चला कि पिछले कई सालों से यह खबर इंटरनेट पर चली आ रही है। फेसबुक पर एक यूजर ने 2015 में इस स्क्रीनशॉट को शेयर किया था। इसका मतलब यह कोई ताज़ा खबर नहीं।

मूल पोस्ट – फेसबुक

वायरल स्क्रीनशॉट ध्यान से पढ़ने पर उसमें कई सारी गलतियां नजर आती हैं। जैसे कि बीमारी’ को ‘बिमारी’ लिखा हुआ है। कई वाक्यों के अंत में पूर्ण विराम नहीं है। इसके अलवा ‘पीईआइ’ संवाददाता के हवाले से यह खबर दी हुई है। भारत में ऐसी कोई भी न्यूज़ एजेंसी नहीं है। असल न्यूज़ एजेंसी का नाम ‘पीटीआई’ है।

दूसरी बात यह है कि दैनिक भास्कर वेबसाइट के लेआउट डिजाइन और वायरल स्क्रीनशॉट में काफी अंतर है। इतना ही नहीं, वायरल स्क्रीनशॉट में हरे रंग के उपर लिखी खबर का डिझाईन वॉट्सअप मेसेज जैसा दिखता है। 

हमने लखनऊ दैनिक भास्कर के ब्यूरो चीफ विजय उपाध्याय से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि ‘दैनिक भास्कर’ द्वारा लखनऊ में एड्स संक्रमित तरबुजों के बारे में कोई भी खबर प्रकाशित नहीं की गई। वायरल खबर का स्क्रीनशॉट बनावटी एवं झूठ है। 

लखनऊ जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने भी हमें बताया कि लखनऊ में ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई है।  

HIV का संक्रमण कैसे होती है?

एचआईवी एक नाजुक वायरस है जो शरीर के बाहर जीवित नहीं रहता है। HIV संक्रमित व्यक्ति से असुरक्षित यौन संबंधों के कारण हो सकती है। इसके अलवा संक्रमित ख़ून चढ़ाए जाने से, शरीर में किसी कटी हुई जगह पर संक्रमित द्रव्य के संपर्क से, संक्रमित व्यक्ति की इस्तेमाल की हुई सुई के इस्तेमाल से, एचआईवी संक्रमित महिला की संतान को गर्भ और जन्म के समय HIV संक्रमण हो सकता है। साथ खाने या किसी एचआईवी संक्रमित के खाना बनाने से HIV नहीं फैलता। 

निष्कर्ष:

तथ्यों की जांच के पश्चात हमने पाया कि दैनिक भास्कर के फर्ज़ी स्क्रीनशॉट के जरिए लखनऊ में तरबूज़ के ज़रिए एड्स फैलाने का झूठा दावा फैलाया जा रहा है। लखनऊ पुलिस और दैनिक भास्कर की तरफ से भी इस दावे का खंडन किया गया है।

Title:एड्स संक्रमित तरबूज बेचने की खबर पूर्णतः झूठ; ‘दैनिक भास्कर’ के नाम से फर्जी स्क्रीनशॉट वायरल

Fact Check By: Saritadevi Samal

Result: False

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