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FAKE NEWS: इंटरनेट पर राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (N.M.C) के नाम से वायरल हो रहा का नोटिस फर्ज़ी है।

सोशल मंचों पर एक अकसर अलग-अलग संस्थाओं के फर्जी सर्क्यूलर व नोटिस गलत दावों के साझा किये जाते है। फैक्ट क्रेसेंडो ने ऐसे कई सर्क्यूलर व नोटिस का अनुसंधान कर उनकी प्रमाणिता अपने पाठकों तक पहुंचाई है। वर्तमान में ऐसे ही एक नोटिस की तस्वीर सोशल मंचों पर वायरल हो रही है। दावा किया गया है कि वह नैश्नल मोडिकल कमीशन (एन.एम.सी) द्वारा जारी किया गया नोटिस है। उसमें लिखा है कि जिन भारतीय छात्रों ने 01.01.2019 से विदेश में चिकिस्ता संस्थानों में पढ़ाई शुरु की है, उन्हें 31.12.2021 तक भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम के तहत पात्रता प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा। 31 दिसंबर 2021 के बाद जो फॉर्म भरेगा उन्हें रद्द किये जायेंगे।

वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है, 

विदेशों में मेडिकल की शिक्षा हेतु जारी पात्रता प्रमाण का नोटिस

फेसबुक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने वायरल हो रहे सर्क्यूलर की तस्वीर को फर्ज़ी पाया है। एन.एम.सी ने ऐसा कोई नोटिस जारी नहीं किया है।

जाँच की शुरुवात हमने इस दावे को गूगल पर कीवर्ड सर्च की, परिणाम में हमें ऐसा कोई विश्वनीय समाचार लेख नहीं मिला जो इस बात की पुष्टि कर सके कि एन.एम.सी द्वारा ऐसा कोई नोटिस जारी किया गया है।

वायरल नोटिस को बारीकी से देखने पर हमें इसे जारी करने की तारीख 24 सितंबर 2021 लिखी हुई मिली।

इसके बाद हमने एन.एम.सी की आधिकारिक वैबसाइट पर इस दावे के सम्बन्ध में जाँच , पर हमें वहां पर ऐसा कोई भी सर्कुलर जारी किया हुआ नहीं मिला।

इसके पश्चात हमें पी.आई.बी फैक्ट चेक द्वारा इस वर्ष 28 सितंबर को किया गया एक ट्वीट मिला। उसमें वायरल हो रहे नोटिस की तस्वीर प्रकाशित की गयी है। उसे फर्जी बताते हुये उन्होंने लिखा है, “कथित तौर पर एन.एम.सी द्वारा जारी एक सार्वजनिक नोटिस का दावा है कि 01.01.2019 को या उसके बाद विदेशी चिकित्सा संस्थानों में अध्ययन शुरू करने वाले छात्रों को 31.12.2021 तक भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम के तहत पात्रता प्रमाण पत्र प्राप्त करने की आवश्यकता है। यह नोटिस एन.एम.सी ने जारी नहीं की है।“

आर्काइव लिंक

इस ट्वीट को एन.एम.सी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से रीट्वीट किया है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। वायरल हो रहे सर्क्यूलर की तस्वीर फर्ज़ी है। एन.एम.सी ने ऐसी कोई नोटिस जारी नहीं किया है।

तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़े से संबंधित अन्य फैक्ट चेक को आप नीचे पढ़ सकते है|

Title:इंटरनेट पर राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (N.M.C) के नाम से वायरल हो रहा का नोटिस फर्ज़ी है।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False

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