६ सितम्बर २०१९ को फेसबुक पर ‘पत्रकार मनोज शुक्ला तांत्रिक’ नामक फेसबुक यूजर ने एक वीडियो पोस्ट कर ये दावा किया है कि “बच्चा चोर गिरोह पकड़ा गया घूरपुर प्रयागराज मैं एक लड़की बच्चा चुरा कर भाग रही थी तभी ग्रामीणों को पता चला तो घूरपुर प्रयागराज पहुंचकर के बच्चा चुराने वाली लड़की को लिया अपने हिरासत में योगी सरकार के राज में यही सब चल रहा है माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी इस पर विशेष ध्यान नहीं दे रहे हैं देखते हैं प्रशासन इस पर क्या नजर डालती है अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें ब्यूरो चीफ मनोज शुक्ला तांत्रिक प्रयागराज से एवं रीवा से” इस पोस्ट के द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि ‘वीडीयो में दिखाई गई महिला को लोगों द्वारा बच्चा चोरी करते वक़्त रंगे हाथ पकड़ा गया |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

बच्चा उठाने वालों लो ले कर आज कल सोशल मीडिया में कई दावे वाइरल हो रहे हैं अकसर ऐसे मामलों में लोग ग़लतफ़हमी का शिकार बन मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों को बच्चा-चोर समझ के पीटते हुये पुलिस थाने ले जा रहे हैं, हमारे द्वारा ऐसे ही कई दावे हाल ही में ग़लत पाए गए व इसी के चलते हमने इस पोस्ट के बारे में जानकारी हेतु घूरपुर से जुड़े यामुनापुर जिले के SP दीपेन्द्र नाथ चौधरी से संपर्क किया |

वीडियो को देखने पर उन्होंने कहा कि, "यह महिला मानसिक रूप से अस्थिर थी और लोगों को शक हुआ कि यह महिला बच्चा चोर हो सकती है | इसी शक में इस महिला को इन लोगों ने पीटा | इस पूरे इलाके में अभी तक एक भी बच्चा चोर नहीं मिला है, मगर शक के घेरे में आकर लोग कई लोगों को बच्चा-चोर समझकर पकड़ रहें है | यह एक अफवाह है और मैं सबसे यह दरख्वास्त करता हूं कि कृपया कर ऐसी अफवाहों पर यकीन ना करें |"

इसके बाद हमने घूरपुर के पुलिस थाने के SHO बृन्दाबन राई से संपर्क किया, तो उन्होंने हमसे कहा कि, “यह घटना ४ सितम्बर २०१९ को घटी थी, मगर हमें इस घटना का संज्ञान वीडियो के वाइरल होने के पश्चात ९ सितम्बर २०१९ को हुआ | इसके पश्चात इस गांव के चौकीदार कुम्भकरण यादव द्वारा इस वीडियो को लेकर हमारे थाने में शिकायत दर्ज करने का एक प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ | यहाँ हम ये स्पष्ट कर दे कि यह महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ थी, और वो लापता है | वीडियो में दिखने वाले लोग जो इस महिला को मार रहें हैं, उनपर इस विडिओ के आधार पर धारा १५३, ३२३, ५०४, ५०५ (1B) व ५०५ (1C) के तहत क्राइम नं. ४९८/१९ के अंतर्गत तहरीर दर्ज की गयी है और विवेचना चल रही है | यह महिला बच्चा चोर नहीं थी |”

जब हमने इस प्राथमिकी की ऑनलाइन कॉपी देखि, तो हमें इस घटना से संदर्भित सारी जानकारी प्राप्त हुई |

इस प्राथमिकी का ऑनलाइन कॉपी देखने / डाउनलोड करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें | View UP Police FIR Online

इसके अलावा जब हमने गूगल पर ‘प्रयागराज के घूरपुर में बच्चा चोरी के शक में महिला को पीटा’ कीवर्ड्स देकर ढूंढा, तो हमें इस घटना पर प्रसारित ख़बरें मिली | इन ख़बरों को पूरा पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

AmarUjalaPost | ArchivedLink CirclePagePost | ArchivedLink NavbharattimesPost | ArchivedLink

इन अनुसंधानों से यह बात स्पष्ट होती है कि पोस्ट में दर्शायी महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और इस महिला पर शक के चलते अत्याचार हुआ है और ऐसा करने वालों पर प्राथमिकी दायर की गयी है | यह बच्चा चोर की घटना नहीं है |

जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘तस्वीर में दिखाई देने वाली महिला बच्चा चोरी करते वक़्त रंगे हाथों पकड़ी गयी |’ ग़लत है |

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Title:वीडियो में दर्शायी महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ है, और मात्र शक़ के चलते भीड़तंत्र का शिकार हुई हैं|

Fact Check By: Natasha Vivian

Result: False