२१ सितम्बर २०१९ को फेसबुक पर ‘Manjay Masum’ द्वारा एक पोस्ट के जरिये दो तस्वीरें साझा की गयीं, जिसमें एक विचित्र किस्म का प्राणी दिख रहा है | पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, “अभी अभी चित्रकूट के जंगलो में मिला है अजीब सी प्रजाति || जो भी इसको सेयर कर रहा है उसके साथ कुछ न कुछ जरूर अच्छा हो रहा है | जय बजरंग बली ||” इस पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि – ‘चित्र में दिखने वाला एक नई प्रजाति का प्राणी है जिसको चित्रकूट के जंगल में पाया गया है |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
सोशल मंचों पर कभी इस तस्वीर को उत्तर प्रदेश के चंदौली गांव में पाया गया एलियन कहा गया है, कभी बक्सर के अहिरौली गांव में पाया गया विचित्र प्राणी | कभी चित्रकूट के जंगलों में पाया गया नई प्रजाती का प्राणी और कभी दक्षिण भारत का एक इंसानी वराह |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले इस चित्र को गूगल रिवर्स इमेज सर्च में ढूंढा, तो हमें इटली के कलाकार ‘लाईरा मागानुको’ के नाम से सम्बंधित परिणाम मिले, परिणामों के अनुसार ये कलाकार सिलिकॉन की मूर्ति बनाने वाली इटली की एक प्रसिद्ध कलाकार हैं |
जब हम इस कलाकार के वेबसाइट पर गए तो हमें उपरोक्त दावे में दर्शाए तस्वीर की तरह और कई सारे सिलिकॉन के पुतले दिखे |
इसके बाद हमने इटली में लाईरा मागानुको’ से संपर्क किया और उपरोक्त पोस्ट मे साझा तस्वीर को दिखाते हुए इसके बारे में पुछा, तो जवाब में उन्होंने बताया कि, “जी, हां | यह मेरे द्वारा बनाया गया सिलिकॉन का पुतला है, जिसे मैंने काफ़ी समय पहले बनाया था | यह तभी भी काफ़ी वाइरल हुआ था | इस पुतले का नाम “हाइब्रिड माउस वुमन” है और मुझे पता नहीं था कि यह अभी भी सुर्खियाँ बटोर रही है | यह पुतला केवल सिलिकॉन से बनाया गया है, एक ऐसा तरीका जिसमें महारत प्राप्त करने के लिए मुझे सालों लग गए | आज मैं अपने ऑनलाइन स्टोर के लिए काम कारती हूँ |”
इसके अलावा लाईरा ने हमें अपने अलग-अलग मंचों का लिंक दिया और कहा कि यहाँ से हमे इस पुतले के बारे में बाकी की जानकारी मिल जायेगी |
etsy.com (ऑनलाइन शौपिंग)
यह पुतला सिर्फ़ ७२cms ऊँचा है | लाईरा द्वारा उनके YouTube के अकाउंट में भी इस पुतले का वीडियो दिया गया है |
इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा तस्वीर किसी भी प्रकार की नई प्रजाति, एलियन या विकसित प्राणी नहीं है और भारत के किसी भी राज्य से इस पुतले का कोई संबंध नहीं है | यह तस्वीर इटली की एक कलाकार द्वारा मार्च २०१८ में सिलिकॉन से बनाये गए पुतले की है और इसे गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा “चित्र में दिखने वाला एक नई प्रजाति का प्राणी है जो चित्रकूट के जंगल में पाया गया है |” ग़लत है |
Title:ये आकृति इटली के कलाकार ‘लाईरा मागानुको’ द्वारा सिलिकॉन का इस्तेमाल कर बनाई गई है |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
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