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इस वीडियो का असम से कोई सम्बन्ध नहीं है |

जहाँ एक ओर पूरे देश में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है व कुछ राज्यों में हिंसा की सूचना प्राप्त हो रहीं है वहीँ सोशल मंचो पर इन विरोधों को लेकर कई गलत खबरें फैलाई जा रहीं हैं | ऐसा ही एक वीडियो जहाँ पुलिस एक परिवार को गिरफ़्तार करती दिख रही है, इस विवरण से फ़ैल रहा है कि असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) में नाम नहीं होने पर इस परिवार को गिरफ़्तार किया जा रहा है|

क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:

FacebookPost | ArchivedLink

अनुसंधान से पता चलता है कि…

इस वीडियो को गौर से देखने पर हमें पीछे दिख रही एक बस का नंबर दिखता है – KA19F3250 |

जब हमने इस गाड़ी के नंबर तो vahan.nic.in पर ढूंढा, तो हमने इस गाड़ी का नामांकन कर्नाटक में पुत्तूर नामक शहर के RTO में रजिस्टर्ड पाया |

गूगल में ‘puttur’ कीवर्ड ढूँढने पर हमें पता चला कि यह शहर कर्नाटका के दक्षिण कन्नड जिले में आता है |

इसके बाद हमने दक्षिण कन्नड जिला के SP बी. एम. लक्ष्मी प्रसाद से संपर्क किया | उन्होंने यह वीडियो देखकर हमें बताया कि, “यह वीडियो मंगलुरु में हालही में हुए दंगे के वक़्त का लग रहा है | यह वीडियो ट्विटर पर भी काफ़ी वाइरल हुआ था |” 

जब हमने इस गिरफ्तारी की घटना पर अधिक जानकारी की दरख्वास्त की तो SP बी. एम. लक्ष्मी प्रसाद ने हमें साउथ पुलिस स्टेशन से संपर्क करने कहा | 

मंगलुरु साउथ पुलिस (पांडेश्वर पुलिस स्टेशन) के SI राजेंद्र से जब हमने संपर्क किया, तो उन्होंने हमें बताया कि, “यह घटना मंगलुरु शहर की सीमा के पास स्टेट बैंक सर्कल इलाके में १९ दिसम्बर को घटी थी | CAA के विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया था | यह व्यक्ति उस हिंसक विरोध में शामिल था और पुलिस से बचने के लिये अपनी बीबी और बच्चों की आढ़ में भाग रहा था,हालाँकि हमने इसे गिरफ़्तार नहीं किया, मगर हिंसक विरोध में हिस्सा लेने के लिए थोड़ी सकती दिखाई और बाद में इसे इसके गांव कासारागोड के लिए रवाना कर दिया था | मगर इसका NRC के नामांकन से किसी भी प्रकार का संबंध नहीं है |”

इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा वीडियो मंगलुरु मे CAA व NRC के विरोध के दौरान हुई हिंसा से सम्बंधित है, और इस वीडियो का असम से या NRC सूची में नामांकन से कोई संबंध नहीं है | यह वीडियो गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |

जांच का परिणाम :  उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा “असम में NRC सूची में नामांकन नहीं होने के कारण परिवार को गिरफ़्तार किया जा रहा है |” ग़लत है |

Title:इस वीडियो का असम से कोई सम्बन्ध नहीं है |

Fact Check By: Natasha Vivian

Result: False

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