
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के विरोध और समर्थन के प्रदर्शनों से सम्बंधित सोशल मिडिया पर कई गलत खबरें फैलाई जा रहीं हैं । ऐसे ही एक विरोध प्रदर्शन का वीडियो हमें 11 जनवरी 2020 को फेसबुक पर ‘A Rehman Shaik’ द्वारा किये गये एक पोस्ट में मिला, जिसमें दावा यह किया गया है कि, “दिल्ली में मुसलमानों ने NRC व NPR का विरोध प्रदर्शन किया |”
इस वीडियो की जांच करने पर, फैक्ट क्रेसेंडो ने इस दावे को गलत पाया | देखते है इस वीडियो की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
वीडियो को गौर से देखने पर एक हिस्से में ईरान का झंडा दिखता है, जो यह संदेह पैदा करता है कि संभवतः ये विडीयो भारत का नहीं है |
गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमने इस वीडियो के की-फ्रेम्स को ढूँढा, हमें डेली सन की 6 जनवरी 2020 को प्रकाशित एक ख़बर मिली | इस ख़बर के अनुसार, 3 जनवरी 2020 को अमेरिका ने ईरान के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी पर बगदाद हवाइअड्डे के बाहर हमला किया था, जिसमे उनकी मौत हो गयी थी |
ईरान की जनता अहवाज़ शहर में मेजर जनरल कासिम सुलेमानी के जनाजे में शरीक हुई थी ख़बर में इस जुलूस का जो वीडियो संग्लित किया गया है, वह पोस्ट में साझा वीडियो से सदृश्य मिलता है |
डेली सन अर्काईव | फेनिक्स न्यूज़ अर्काईव
इसके अलावा गार्डियन न्यूज़ में हमें इस घटना का वीडियो प्राप्त हुआ, जिसमें इस जुलूस को देख सकते है |
जांच का परिणाम :
उपरोक्त अनुसंधान से यह स्पष्ट होता है कि, वाईरल पोस्ट में साझा किया वीडियो दिल्ली में NRC व NPR के विरोध प्रदर्शन का नहीं, बल्कि यह वीडियो 5 जनवरी 2020 को ईरान के मेजर जनरल के जनाजे का जुलूस है | पोस्ट में किया गया दावा ग़लत है |

Title:ईरान में मेजर जनरल कासिम सुलेमानी के जनाजे के वीडियो को NRC व NPR का बता वाईरल किया जा रहा है|
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
