२३ जुलाई २०१९ को फेसबुक पर ‘Arun Razz’ नामक एक फेसबुक यूजर ने एक तस्वीर साझा की थी , जिसमें एक राकेट दिख रहा है और उसके सामने एक पंडित पूजा करते हुए दिख रहा है | पोस्ट के विवरण में लिखा है – “कर्मकाण्ड को ढोंग ढकोसला कहनेवाले के मुँह पर जोरदार तमाचा लगाते हुए हमारे चन्द्रयान -2 के वैज्ञानिकों के समूह ने प्रक्षेपण से पूर्व पूजा-पाठ किया । साथ ही ISRO द्वारा किसी भी की प्रक्षेपण से पूर्व उसका प्रतिरूप वेंकटेश्वर मंदिर में भगवान बेंकटेश्वर को अर्पित किया जाता है ताकि प्रक्षेपण सफल रहे। सिर्फ भारत ही नही दुनिया भर के वैज्ञानिक अभियान की सफलता के धार्मिक अनुष्ठान करते है। अब कोई मूर्ख ही कहेगा कि वैज्ञानिक पूजा पाठ को नहीं मानते हैं क्यों?” इस पोस्ट के द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि ‘यह चित्र चंद्रयान २ के सामने की गयी पूजा की है |” क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
संशोधन से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले उपरोक्त पोस्ट में दी गयी तस्वीर को गूगल रिवेर्स इमेज सर्च में ढूंढा हमें मिले परिणाम आप नीचे देख सकतें हैं।
इस संशोधन में हमें NYTimes की १८ जनवरी २०१८ को प्रकाशित एक ख़बर मिली, जिसके अनुसार भारत ने एक लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया, ये मिसाइल परमाणु हथियार जे जाने की भी क्षमता रखता है | इस ख़बर को पूरा पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
इसके बाद ISRO के आधिकारिक वेबसाइट पर गए और हमें १४ जुलाई २०१९ को लॉन्च चंद्रयान २ से सम्बंधित तस्वीरें दिखीं,इन तस्वीरों चंद्रयान २ की तस्वीर व उपरोक्त फ़ेसबुक पर साझा तस्वीर दोनो बिलकुल अलग है |
DRDO की आधिकारिक वेबसाइट पर हमें अग्नि ५ के सम्बंध में एक ‘प्रेस रिलीज़’ मिली, जिसमें यह लिखा था कि यह मिसाइल १५ सितम्बर २०१३ को लॉन्च किया गया था |
इस संशोधन से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा तस्वीर अग्नि ५ नामक मिसाइल की है, चंद्रयान २ की नहीं |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘यह चित्र चंद्रयान २ के सामने की गयी पूजा की है |’ ग़लत है |
Title:क्या यह तस्वीर चंद्रयान २ की पूजा करते समय खींची गयी है ? जानिये सच |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
भारतीय सेना की तरफ से पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई के दावे से वायरल वीडियो अप्रैल…
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने भारत में…
यह वीडियो पहलगाम आतंकी हमले से सम्बंधित नहीं है, यह वैष्णो देवी रोपवे के विरोध…
पहलगाम हमले के बाद सोशल मीडिया पर एबीपी न्यूज की एक वीडियो रिपोर्ट के जरिए…
CAA प्रदर्शन के दौरान की पुरानी तस्वीरों को फर्जी कम्युनल एंगल से शेयर किया जा…
बीआर आंबेडकर की यह प्रतिमा चीन की नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की है,…