क्या राम मंदिर बनाने गए भक्तों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया ?

False National Political

६ दिसम्बर २०१८ को फेसबुक के ‘Siddhu – The King’ नामक पेज पर एक पोस्ट साझा किया है | पोस्ट में एक विडियो दिया गया है | विडियो में दिखाई देता है की भीड़ पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज हो रहा है | लोगों के बीच कुछ हिन्दू संत भी है | वह भी लाठीचार्ज की चपेट में आते है | लोग दर्द से कराह रहे है | पोस्ट के विवरण में लिखा है –

राम मन्दिर बनाने गये भक्तों की ऐसी ठुकाई कि गई राम मन्दिर का बुखार उतर गया है।

इस पोस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि जिनपर लाठीचार्ज हो रहा है वह लोग राम मंदिर बनाने गए थे | लेकिन विडियो से ऐसा कोई प्रतीत नहीं हो पाता है | तो आइये जानते है इस विडियो की सच्चाई |

https://www.facebook.com/369087880328085/videos/vb.369087880328085/343602676219908/?type=2&theater

ARCHIVE POST

संशोधन से पता चलता है कि…

हमने सबसे पहले विडियो को InVid टूल का इस्तेमाल करके देखा और उसे कई टुकड़ों में विभाजित किया इन विभाजित टुकड़ों को एक एक करके रिवर्स इमेज सर्च किया, तो एक टुकड़े के सर्च परिणाम से हमें यांडेक्स पर यू-ट्यूब का एक लिंक मिला | Kaustubh Pandey The Baadshah नामक एक यूजर ने २३ सितम्बर २०१५ को यही विडियो यू-ट्यूब पर साझा किया है व लिखा है कि, गणेश मूर्ति के विसर्जन को रोकने पर धरना पर बैठे निहत्थे लोगों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज | यह विडियो आप नीचे देख सकते है |

इस यूजर ने साझा किया यह विडियो वही है, जो उपरोक्त पोस्ट के साथ साझा किया गया है | लेकिन यह वेरीफाईड अकाउंट नहीं है और इसके विवरण में कोई पुख्ता जानकारी ना होने की वजह से हमने गूगल पर और अधिक संशोधन किया | cops beat saints in varanasi 2015 इन की वर्ड्स के साथ गूगल सर्च करने पर हमें पुख्ता जानकारी हाथ लगी | हमें जो परिणाम मिले वह आप नीचे देख सकते है |

इस परिणाम से हमें यू-ट्यूब पर अपलोड कुछ और विडियो मिले | ABP NEWS द्वारा २३ सितम्बर २०१५ को अपलोड पैनल चर्चा के कार्यक्रम के विडियो में घटित घटना का वही विडियो मौजूद है, जो उपरोक्त पोस्ट में दिया गया है | आप यह विडियो नीचे देख सकते है |

INDIA TV ने इस घटना की खबर का विडियो २३ सितम्बर २०१५ को अपलोड किया है | वह भी आप नीचे देख सकते है |

https://www.indiatvnews.com/video/idol-immersion-row-police-lathicharge-on-saints-in-varanasi-up-85842.22.html

हमें India Today द्वारा २३ सितम्बर २०१५ को प्रसारित एक खबर भी मिली, जिसमे लिखा गया है कि, गंगा नदी में गणेश मूर्ति के विसर्जन को पाबन्दी लगाने के विरोध में साधू-संतों के साथ कुछ लोग धरने पर बैठे थे | उन्हें हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया | इस घटना में १५ लोग घायल हो गए | वाराणसी के दसश्वामेघ घाट पर आधी रात को यह घटना हुई |

ARCHIVE TODAY

इसके अलावा हमें भारत-भारती नामक एक वेबसाइट पर इस विषय पर विस्तार से जानकारी मिली | घटनास्थल पर मौजूद कुछ लोगों ने आँखों देखा हाल यहाँ लिखा है | लाठीचार्ज में जख्मी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती इनका बयान, कुछ तस्वीरें, घटना की जानकारी देते न्यूज़ बुलेटिन की विडियो यह सब जानकारी इस पेज पर मौजूद है, जो यह घटना वाराणसी में होने की एवं गणेश मूर्ति के गंगा में विसर्जन को लेकर छिड़े विवाद से उपजने की पुष्टि करती है |

ARCHIVE BHARATI

इससे यह स्पष्ट होता है कि, इस विडियो का राम मंदिर से कोई लेना-देना नहीं है | गंगा में गणेश मूर्ति के विसर्जन को लेकर विवाद उपजा था | इसे लेकर लोग धरने पर बैठे थे | उन्हें हटाने के लिए आधी रात को पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया |

जांच का परिणाम :  इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा विडियो के साथ किया गया दावा कि, “राम मन्दिर बनाने गये भक्तों की ऐसी ठुकाई कि गई राम मन्दिर का बुखार उतर गया है।” बिलकुल गलत है | यह विडियो २०१५ का है, जब वाराणसी में गणेश मूर्ति के गंगा में विसर्जन को लेकर विवाद हुआ था |

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Title:क्या राम मंदिर बनाने गए भक्तों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया ?

Fact Check By: Rajesh Pillewar 

Result: False