नागरिक संशोधन अधिनियम के को लेकर भारत में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किये जा रहें है जिसके चलते सोशल मंचो पर इन विरोध प्रदर्शनों को लेकर बहुत से पोस्ट, तस्वीरें व वीडियो गलत दावों के साथ साझा किये जा रहे हैं, ऐसा ही दो तस्वीरें सोशल मीडिया पर हमने वाइरल होती पायीं | इन तस्वीरों के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि, तस्वीरों में दिखने वाले पुलिसकर्मी क्क्सं CAA व NRC का विरोध कर रहे हैं | फैक्ट क्रेसेंडो ने इन तस्वीरों की जांच की |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जब इस तस्वीरों को गूगल रिवर्स इमेज सर्च पर ढूंढा तो हमें ज्ञात हुआ की |
फोटो क्र. १
हमें पहली तस्वीर Theweek नामक एक समाचार वेबसाइट पर ५ नवम्बर २०१९ को प्रकाशित मिली | २ नवम्बर २०१९ को तीस हज़ारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प हो गयी थी, जिसने बढ़ते बढ़ते एक भयावह हिंसक रूप ले लिया था, इस घटना के बाद दिल्ली के पुलिस कर्मी पुलिस मुख्यालय के सामने धरने पर बैठ गए थे | यह तस्वीर उसी वक़्त की है | मगर हाथ में NRC या CAA से सम्बंधित कोई भी बैनर नहीं है | हाथ में पकड़े बैनर पर लिखा है कि, “#Policeman Are Also Human” पूरी ख़बर पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
दोनों तस्वीरों को देखने पर साफ़ पता चलता है कि, असली तस्वीर को एडिट करा गया है | हमारे द्वारा दोनों तस्वीरों का तुलनात्मक विश्लेषण आप नीचे देख सकतें हैं|
फोटो क्र. २
हमें दूसरी तस्वीर Hindutamil नामक एक समाचार वेबसाइट पर ५ नवम्बर २०१९ को प्रकाशित मिली | यह तस्वीर भी २ नवम्बर २०१९ में तीस हज़ारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प के बाद पुलिसकर्मियों द्वारा किये गये विरोध व इस सम्बन्ध में पुलिस कमिशनर को ज्ञापन देने के वक़्त की है | मगर हाथ में NRC या CAA से सम्बंधित कोई भी बैनर नहीं है | हाथ में पकड़े बैनर पर लिखा है कि, “#Save The Savers #We Want Equal Justice #How’s The Josh? Low Sir..!” पूरी ख़बर पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
दोनों तस्वीरों को देखने पर साफ़ पता चलता है कि, असली तस्वीर को एडिट करा गया है | हमारे द्वारा दोनों तस्वीरों का तुलनात्मक विश्लेषण आप नीचे देख सकतें हैं|
इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त सोशल मीडिया पर साझा हो रही तस्वीरें का NRC व CAA के खिलाफ विरोध का कोई संबंध नहीं है | इन तस्वीरों को बदला गया है और लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त तस्वीरों के माध्यम से किया गया दावा “तस्वीरों में दिखने वाले पुलिस कर्मियों CAA व NRC का विरोध कर रहे हैं |” ग़लत है |
Title:CAA व NRC के खिलाफ पुलिस विरोध की तस्वीरें गलत हैं |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
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