इंटरनेट पर एक वीडियो को इस दावे के साथ प्रसारित किया जा रहा है कि विडियो फ्रांस से है जहाँ “नए मुस्लिम प्रवासियों” ने दंगा करना शुरू कर दिया है, जिसके कारण फ्रांस की पुलिस उनसे निपट रही है दावे में आगे कहा गया है कि मुस्लिम आप्रवासी मुस्लिम इलाकों में शरिया कानून चाहते हैं जिसके कारण वे फ्रांस में जगह जगह दंगे कर रहे है |
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “न्यू मुस्लिम इमिग्रेंट्स के साथ पुलिस की लड़ाई हुई, उन्होंने फ्रांस में सड़कों पर दंगा करना शुरू कर दिया गया | वे शिरा कानून चाहते हैं और नो गो मुस्लिम इलाके चाहते हैं | यह यूके और अन्य यूरोपीय देशों में भविष्य की स्थिति हो सकती है |”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को इन्विड टूल के मदद से गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम में हमें १० नवंबर २०१९ को यूट्यूब पर एक वीडियो मिला | इस वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “क्रैकोलैंडिया साओ पाउलो की घटना |” ११ नवम्बर २०१९ को इसी वीडियो को उपलोड करते हुए एक दुसरे यूट्यूब चैनल ने कहा है कि “GCM (Metropolitan Civil Guard) की गन चोरी करने के लिए आदमी के पुलिस का सामना किया, घटना क्रैकोलैंडिया की है |”
इसके पश्चात हमने उपरोक्त वीडियो में दिए गए जानकारी को कीवर्ड्स के माध्यम से गूगल पर ढूँढा | परिणाम में हमें ब्राज़ीलियाई वेबसाइट G1 की खबर मिली शहर साओ पाउलो के क्राकोलांडिया क्षेत्र में महानगरीय सिविल गार्ड और ड्रग उपयोगकर्ताओं के बीच एक दंगे के बाद शुक्रवार दोपहर को एक व्यक्ति और एक जी.सी.एम को गोली मार दी गई थी |
रिपोर्ट के अनुसार वीडियो ब्राजील के साओ पाउलो शहर से है जब वहाँ एक GCM को उसकी मोटरसाइकिल से गिराने के बाद ड्रग डीलरों द्वारा हमला किया गया था | इसके तुरंत बाद, ड्रग डीलर में से एक, गार्ड को मारता है, उसकी बंदूक चुराता है और कई शॉट फायर करता है | गोली एक गार्ड को लगने के बाद दुसरे पुलिस ऑफिसर उन ड्रग डीलर पर जवाबी हमला करते हैं, जिसके चलते बंदूक चुराते हुए आदमी के पेट में एक गोली लगी थी | बाद में, गार्ड और हमलावर दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया |
इसके पश्चात हमें वीडियो में एक साईन बोर्ड दिखा जिसके ऊपर “Cleveland” और “Glete” लिखा हुआ है |
इन कीवर्ड को गूगल मैप्स पर ढूँढने पर हमें वीडियो में दिखाए गये लोकेशन की तस्वीरें मिली | यह जगह ब्राज़ील में साओ पाओलो शहर में अल्मेडा क्लीवलैंड और अल्मेडा ग्लीट है |
नीचे आप सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का स्क्रीन्ग्राब और गूगल मैप्स पर उपलब्ध तस्वीर की समानताएँ देख सकते हैं जिससे ये स्पष्ट हो जाता है कि वीडियो में दिखायी गयी घटना ब्राज़ील में साओ पाओलो शहर की है जिसे फ्रांस के नाम से फैलाया जा रहा है |
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | ब्राजील में पुलिस और ड्रग उपयोगकर्ताओं के बीच एक गन फाइट को इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि यह फ्रांस में मुस्लिम प्रवासियों और पुलिस की मुठभेड़ को दर्शाता है |
Title:क्या ये विडियो फ्रांस में मुस्लिम प्रवासियों पर पुलिस की कार्यवाही का है? जानिए सच |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
भारतीय सेना की तरफ से पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई के दावे से वायरल वीडियो अप्रैल…
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने भारत में…
यह वीडियो पहलगाम आतंकी हमले से सम्बंधित नहीं है, यह वैष्णो देवी रोपवे के विरोध…
पहलगाम हमले के बाद सोशल मीडिया पर एबीपी न्यूज की एक वीडियो रिपोर्ट के जरिए…
CAA प्रदर्शन के दौरान की पुरानी तस्वीरों को फर्जी कम्युनल एंगल से शेयर किया जा…
बीआर आंबेडकर की यह प्रतिमा चीन की नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की है,…