
भारत में कोरोनावायरस के प्रकोप के बाद सोशल मीडिया पर हमें इस वायरस के बचने के कई उपाय प्राप्त हो रहें हैं | आपको बता दे की अब तक कोरोनावायरस का कोई ईलाज, दवाई या वैक्सिनेशन नही पाया गया है | इसी संदर्भ में सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरों को फैलाते हुए दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में भाजपा पार्टी के कार्यकर्ता गाय के गोबर से गोते लगा लथपथ हो रहे हैं क्योंकि उनकी (भाजपा) पार्टी की नेत्री सुमन हरिप्रिया के कहा कि गाय का गोबर कोरोनावायरस को ठीक करने में मदद कर सकता है |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुवात हमने इन तस्वीरों का स्क्रीनशॉट लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम में हमें न्यूज़ फ्लेयर की वेबसाइट पर एक वीडियो प्राप्त हुआ | उस वीडियो में, दोनों तस्वीरों में दिखाए गये संबंधित दृश्य देख सकते है | वीडियो में दिए गये विवरण के अनुसार इस त्यौहार का नाम “गोरैहब्बा” है जो ३० अक्टूबर २०१९ को थलावाड़ी (तमिलनाडु) में मनाया गया था | गोरैहब्बा त्योहार में, लोग जश्न के चलते एक दूसरे पर गाय का गोबर लगाते हैं |
८ नवंबर २०१९ को द इंडियन एक्सप्रेस ने भी इस त्यौहार के बारें में अधिक जानकरी देते हुए खबर प्रकाशित की थी | खबर के मुताबिक त्योहार को स्थानीय रूप से “गोरैहब्बा” के रूप में जाना जाता है और इसमें सभी पशुपालकों से गोबर एकत्र करने के बाद ग्रामीणों द्वारा एक दूसरे पर गोबर फेंका और डाला जाता है |
रिपब्लिक वर्ल्ड की खबर को आप यहाँ पढ़ सकते है |
साथ ही आप नीचे कोरोनावायरस से संबंधित फर्जी दावों को देख सकते है, यहा स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि गाय के गोबर से कोरोनावायरस ठीक नही होता है ना ही यह इसके संक्रमण से बचाता है |
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर मूल रूप से तमिल नाडू में गोरैहब्बा त्यौहार के दृश्यों की है | इन तस्वीरों के साथ कोरोनावायरस का कोई संबंध नही है | तस्वीर में लोग त्यौहार के एक हिस्से के रूप में एक दुसरे पर गोबर लगा रहे है |

Title:तस्वीर का भाजपा या फिर क़रोनावाईरस से कोई सम्बंध नहीं है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
