एक वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है, वीडियो के माध्यम से दावा किया गया है कि यह वीडियो पंजाब से है जहाँ हजारों सिक्खों द्वारा एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन किया गया है और उन्हें रोकने के लिए कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं है | वीडियो में सिक्ख समुदाय के लोगों के एक बड़े समूह के हाथों में तलवारें और लाठी लिए हुए दिखाया गया है, जो विभिन्न नारे लगाते हुए एक जलूस में जा रहे हैं|
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “एनआरसी के खिलाफ आज पंजाब में विरोध प्रदर्शन के दौरान कोई भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था |”
अनुसंधान से पता चलता है कि..
जाँच की शुरुवात हमने इन्विद टूल के मदद से गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम में हमें २५ मई २०१६ को खालसा गतका ग्रुप नामक यूट्यूब अकाउंट द्वारा अपलोड किया गया वीडियो मिला, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “व्यास से लाइव (शिव सेना का अमृतसर में स्वागत नही है) |
इसके पश्चात फैक्ट क्रेस्सन्डो ने इस यूट्यूब अकाउंट, खालसा गतका ग्रुप के एडमिन, भूपिंदर सिंह से संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि “यह घटना एन.आर.सी से संबंधित नही है, यह वीडियो लगभग ४ साल पुराना है | यह घटना नेशनल हाईवे-१ व्यास नदी के पुल के ऊपर का है जब सिख समुदाय के सदस्यों द्वारा शिव सेना के विरोधस्वरूप एक रैली निकाली गई थी| यह अमृतसर में हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा बुलाए गए ‘ललकार रैली’ के खिलाफ सिख समूहों द्वारा विरोध प्रदर्शन रैली था |”
हमने इस घटना के बारे में गूगल पर कीवर्ड्स से माध्यम से खोज की हमें इस घटना से संबंधित एक समाचार रिपोर्ट मिली, जिसमे लिखा गया है कि वायरल वीडियो वास्तव में कट्टरपंथी सिखों का है जो अमृतसर के पास नेशनल हाईवे-१ ब्यास पुल पर एकत्र हुये थे | वीडियो में खालिस्तान और जरनैल सिंह भिंडरावाले के समर्थन में नारे साफ सुनाई दे सकते हैं |
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, विभिन्न हिंदू समूहों ने २५ मई, २०१६ को अमृतसर में ‘ललकार रैली’ का आह्वान किया था, और इसका विरोध करने के लिए, सिख कट्टरपंथियों ने भी उसी तारीख पर ‘अनख रैली’ का आयोजन किया था | रैली के दौरान, भीड़ ने हिंदू संगठनों के खिलाफ नारे लगाए गये थे|
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वायरल वीडियो एन.आर.सी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले सिक्खों का नहीं है, बल्कि सिक्ख कट्टरपंथियों द्वारा लगभग चार साल पहले की गई विरोध रैली का है |
Title:खालिस्तान समर्थक रैली का पुराना वीडियो एन.आर.सी का बता हुआ वायरल |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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