
७ दिसम्बर २०१९ को फेसबुक पर ‘Shalinee App Deepo Bhav’ द्वारा किये गये एक पोस्ट में एक तस्वीर साझा की गयी है | पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, “#HinduKid : तमिलनाडु के एक सरकारी मद से चलने वाले स्कूल में “अय्यप्पा माला” पहनने पर एक हिंदू बच्चे को एसिड से विद्यालय के सारे टायलेट साफ करने की सजा मिली, बच्चा एसिड से झुलस गया
#Secularism #Tamilnadu आप और हम ,हमारे बच्चों को क्रिसमस का केक कटवा रहे हैं, और वो हमारे बच्चों को एसिड से नहला रहे हैं |”
इस पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि – ‘तमिल नाडू के एक स्कूल में अयप्पा माला पहनने पर छात्र को तेज़ाब से टायलेट साफ़ करने पर मजबूर किया |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले इस घटना के बारे में जानकारी के लिए गूगल पर ‘School student injured due to acid in tamil nadu’ कीवर्ड्स से ढूंढा, परिणामस्वरूप हमें TOI द्वारा ५ दिसम्बर २०१९ को प्रकाशित एक ख़बर मिली | इस ख़बर के अनुसार यह घटना तमिल नाडू के तूतीकोरिन (Tuticorin Dist.) जिले में स्थित इदयीयेरकडू गांव की है | यहाँ ‘TDTA Good Shepherd High School’ नामक एक विध्यालय के संचालक जेबाकरन प्रेमकुमार के आदेशानुसार कक्षा ७वीं के ४ छात्र रासायनिक प्रयोगशाला से रसायन के बोतलों को ले जा रहे थे | इनमें से एक बोतल का तेज़ाब दुर्घटना वश गिरने पर महाराजा नामक एक छात्र को काफ़ी चोट लगी | इस पर तूतीकोरिन जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी ए ज्ञानगोरी ने कहा कि विद्यालय के संचालक पर सख्त कार्यवाही की जाएगी | पूरी कहानी पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
Picture Courtesy : DTnext : महाराजा व प्रमोद बाला की तस्वीर|
DTnextPost | ArchivedLink | NewindianexpressPost | ArchivedLink | DeccanchroniclePost | ArchivedLink |
इसके बाद जब फैक्ट क्रिसेंडो की टीम ने एरल पुलिस थाने के SI क्रिस्टी से संपर्क किया, तो उन्होंने हमें बताया कि (हिंदी अनुवाद ) यह घटना ५ दिसम्बर की है और विद्यालय के संचालक द्वारा ७विन कक्षा के ४ बच्चो को रासायनिक प्रयोगशाला से सारे रासायनों को हटाने के लिये कहा गया था | इन बोतलों को हटाने के दौरान एक बच्चे का पैर फिसलकर गिरने पर तेज़ाब की बोतल टूट गयी | १२ वर्षीय महाराजा वहीँ पर था और इस तेज़ाब के गिरने पर उसे काफ़ी चोट लगी | मगर इस घटना में किसी भी प्रकार का धार्मिक संबंध नहीं है | यह झूठ है कि संचालक ने इस बच्चे से तेज़ाब का इस्तेमाल कर टॉयलेट साफ़ करवाया | मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा इस घटना की जांच की जा रही है और विद्यालय के संचालक के खिलाफ उनकी इस लापरवाही के लिये सख्त कदम उठाये जायेंगे |
इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा तस्वीर का धार्मिक हिंसा से कोई संबंध नहीं है | यह घटना एक रासायनिक प्रयोगशाला में हुई दुर्घटना के वजह से हुई थी | इस तस्वीर को गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा “तमिल नाडू के एक स्कूल में अयप्पा माला पहनने पर छात्र को तेज़ाब से टायलेट साफ़ करने पर मजबूर किया |” ग़लत है |

Title:तमिल नाडू में रासायनिक प्रयोगशाला मे घटी दुर्घटना को धर्म से जोड़ फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
