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अशोक गहलोत के पानी से बिजली निकाले जाने के अधूरे बयान को गलत संदर्भ के साथ वायरल

वायरल वीडियो को एडिट कर बिना संदर्भ के साथ फैलाया जा रहा है। मूल वीडियो में अशोक गहलोत तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू के खिलाफ चलाए जा रहे प्रचार के बारे में बात कर रहे है।

सोशल मीडिया राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का वीडियो काफी तेजी से फ़ैल रहा है। इस वीडियो में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कहते हुए सुन सकते है कि “पानी में से बिजली निकल जाएगी और पानी खेतों में जाएगा आपके खेतों में जाएगा, तो पानी में से बिजली निकल जाएगी तो ताकत ही निकल जाएगी। फिर खेतों में पानी काम क्या आएगा।”

वायरल वीडियो को शेयर करते हुए यूजर का दावा है कि अशोक गहलोत ने एक वरिष्ट राजनीतिज्ञ होने के बावजूद पानी से बिजली निकल जाएगी वाली बात कही।

फेसबुक पोस्टआर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुवात हमने वायरल वीडियो को कीवर्ड सेर्च के माध्यम से ढूँढा जिसके परिणाम से हमें इस वीडियो का पूरा वर्शन अशोक गहलोत के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मिला। इस वीडियो को 5 जून 2018 अपलोड किया गया था। वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “ये इनकी असलियत है और इनकी फितरत में है कि मुझ जैसे साधारण इंसान को भी #ScientistGehlot का दर्जा दे देते हैं। ये ओरिजिनल वीडियो है जिसे पहले एडिट किया गया था।”

इस वीडियो में अशोक गहलोत को यह बोलते हुए देखा जा सकता है, “मुझे याद है कि बचपन में जब जनसंघ हुआ करता था, तब भाखड़ा बांध बना था। यही जनसंघ वाले घूम-घूम कर प्रचार करते थे कि पंडित नेहरू का दिमाग खराब हुआ है। ये बांध बना रहा है। उस पर बिजली घर बनाया जाएगा और पानी में से बिजली निकाल ली जाएगी। पानी आपके खेतों में जाएगा तो पानी में से बिजली निकाल ली जाएगी तो उसकी ताकत ही खत्म हो जाएगी। तो आपके खेतों में पानी काम क्या आएगा? तो ये वो लोग हैं जनसंघ वाले।”

इससे हम स्पष्ट हो सकते है कि वायरल वीडियो को एडिट कर गलत संदर्भ के साथ फैलाया जा रहा है।

अशोक गहलोत ने इस वीडियो का लम्बा वर्जन उनके फेसबुक पेज पर 26 मई 2018 को अपलोड किया था। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है कि “देश में करीब 6 लाख गांव हैं, यदि 18 हजार गांवों में मोदी जी ने बिजली पहुंचाई तो फिर 5 लाख 82 हजार गांवों में बिजली किसने पहुंचाई? मोदी जी झूठ बोलने की हदें पार कर चुके हैं।”

उपरोक्त तथ्यों से हम स्पष्ट हो सकते है कि वायरल वीडियो को ओरिजिनल वीडियो से एक छोटे से हिस्से को काटकर एडिट कर बिना संदर्भ से फैलाया जा रहा है। मूल वीडियो में हम अशोक गहलोत को भाखड़ा बांध के निर्माण दौरान जनसंघ द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के खिलाफ चलाए जा रहे प्रचार के बारे में बात कर रहे थे।

निष्कर्ष:

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो को अधुरा पाया है जिसे बिना किसीसंदर्भ के साथ फैलाया जा रहा है। ओरिजिनल वीडियो में हम अशोक गहलोत को भाखड़ा बांध के निर्माण दौरान जनसंघ द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के खिलाफ चलाए जा रहे प्रचार के बारे में बात कर रहे थे। 

Title:अशोक गहलोत के पानी से बिजली निकाले जाने के अधूरे बयान को गलत संदर्भ के साथ वायरल 

Fact Check By: Drabanti Ghosh

Result: Missing Context

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