Political

क्या दिल्ली सरकार ने लोगों से बिजली बनाने कि लिए कोयला दान करने का आवाहन किया है?

इंटरनेट पर एक समाचार पत्र में छपे विज्ञापन की तस्वीर काफी तेज़ी से साझा की जा रही है। उस विज्ञापन में लिखा है, “बिजली की कमी दूर करने के लिए कोयला दान देकर दिल्ली सरकार की मदद करें। आपका एक तसल्ला कोयला पूरे दिल्ली का अंधेरा दूर कर सकता है।“ (शब्दश:) 

इसके साथ दावा किया जा रहा है कि दिल्ली सरकार बिजली के लिए दान में कोयला मांग रही है। इसको कई लोगों ने मज़ाक के तौर पर भी साझा किया है।

वायरल हो रहे पोस्ट के साथ यूज़र ने लिखा है,

“ये जनता का मदद करने के लिए है ना कि भीख मांगने वाले भिखारी बात बात पर भीख मांगने वाले भिखारी।“

(शब्दश:)

फेसबुक | आर्काइव लिंक

अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान इस तस्वीर को डिजिटली एडिटेड पाया है। दिल्ली सरकार ने पेपर में ऐसा कोई विज्ञापन नहीं छपवाया है।

जाँच की शुरुआत हमने वायरल हो रही तस्वीर के साथ किये दावे को ध्यान में रखकर गूगल पर कीवर्ड सर्च किया। हमें ऐसा कोई भी विश्वासनीय समाचार लेख नहीं मिला जो इस बात की पुष्टि कर सकें कि दिल्ली सरकार ने ऐसा कोई इश्तेहार छपवाया है। 

इसके बाद हमने इस तस्वीर को ध्यान से देखा। हमें इसमें उपर की ओर 9 जुलाई 2021 यह तारिख लिखी हुई दिखी व साफ तौर से हम देख सकते है कि यह हिन्दुस्तान के समाचार पत्र की तस्वीर है। आगे बढ़ते हुए हमने हिन्दुस्तान द्वारा इस वर्ष 9 जुलाई को छपे समाचार पत्र की खोज की। हमें जाँच के दौरान हिन्दुस्तान का ई-पेपर मिला व उसमें हमने फ्रंट पेज पर बिलकुल ऐसी ही तस्वीर देखी जो वायरल हो रहे पोस्ट में प्रकाशित की हुई है। 

उस तस्वीर में बिजली की कमी व लोगों से कोयला दान करने के लिए आवाहन नहीं किया गया है। उसमें ‘मुख्यमंत्री कोविड-19 परिवार आर्थिक सहायता योजना’ के बारे में जानकारी दी गयी है। जिन लोगों की मृत्यू कोविड के कारण हुई है उनके परिवारजनों की आर्थिक सहायता के लिए दिल्ली सरकार ने एक योजना बनायी है।

आर्काइव लिंक

इससे हमें यह समझ आया कि विज्ञापन की मूल तस्वीर को छेड़खानी कर डिजिटली एडिट किया गया है। नीचे दिए गए तुलनात्मक विश्लेषण में आप देख सकते है कि वायरल हो रही तस्वीर और मूल तस्वीर में क्या अंतर है।

आपको बता दें कि जब हमने वायरल हो रहे तस्वीर को ध्यान से देखा तो उसमें हमें मुख्मंत्री अरविंद केजरीवाल की तस्वीर पर Satire लिखा हुआ दिखा। इससे हम समझ सकते है कि यह पोस्ट मज़ाक के तौर पर बनायी गयी थी।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। यह तस्वीर को डिजिटली एडिटेड पाया है। दिल्ली सरकार ने पेपर में ऐसा कोई इश्तेहार नहीं छपवाया है।

तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़े से संबंधित अन्य फैक्ट चेक को आप नीचे पढ़ सकते है|

Title:क्या दिल्ली सरकार ने लोगों से बिजली बनाने कि लिए कोयला दान करने का आवाहन किया है?

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False

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