२४ जुलाई २०१९ को दीपांकर दास नामक फेसबुक यूजर द्वारा एक विडियो पोस्ट किया गया, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “एक बच्चे को मध्यग्राम स्टेशन से एक आदमी और एक महिला ने चुरा लिया। यह सीसीटीवी फुटेज है | इसे हर जगह साझा करें ताकि वे जल्द से जल्द पकड़े जा” | अलग-अलग कैमरों से लिये ३ मिनट २३ सेकेंड की सीसीटीवी वीडीयो फुटेज में हम इस दम्पति को रेलवे स्टेशन परिसर में दाख़िल होने व एक बच्चा जो अपने परिवार के बगल में लेटा हुआ है, उसे उठाकर ले जाते हुए देख सकते है | इस विडियो को साझा करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि यह घटना पश्चिम बंगाल के मध्यमग्राम स्टेशन की है, जहाँ इस तरह से बच्चों का अपहरण किया जाता है | मध्यमग्राम कोलकाता से २१ किलोमीटर दूर स्थित एक अर्ध शहरी शहर है, जो उत्तर २४ परगना जिले में है | फैक्ट चेक किये जाने तक इस पोस्ट को १३०० व्यूज मिल चुके थे।
संशोधन से पता चलता है कि..
जांच की शुरुआत हमने इस विडियो को इनविड टूल का इस्तेमाल करते हुए छोटे छोटे कीफ्रेम्स में तोडा व गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया, इसके परिणाम से हमें २१ जुलाई २०१९ को यूट्यूब पर अपलोड एक विडियो मिला, इस विडियो को न्यूज़ नेशन के प्रसारित किया था जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि देखें: हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से एक दंपति ने किया बच्चे का अपहरण। इस विडियो के विवरण में लिखा गया है कि १२ जुलाई २०१९ को दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से एक दो वर्षीय लड़की का अपहरण करने के आरोप में एक व्यक्ति और उसकी पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इसके अलावा ये घटना मध्यग्राम रेलवे स्टेशन की इसलिए भी नहीं हो सकती है क्योंकि मध्यमग्राम स्टेशन में ३ ही प्लेटफॉर्म है और CCTV विडियो में ये दम्पति ७ नंबर प्लेटफार्म से बच्चे का अपहरण करते हुए देखे जा सकते है | गूगल सर्च से हमें पता चला कि हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन में ७ प्लेटफार्म है |
इन घटना को इंडिया टुडे ने १४ जुलाई २०१९ को रिपोर्ट किया था, जिसमे लिखा गया है कि १२ जुलाई २०१९ को दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से दो वर्षीय लड़की का अपहरण करने के आरोप में एक व्यक्ति और उसकी पत्नी को शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया |
रिपोर्ट के अनुसार डीसीपी (रेलवे) डीके गुप्ता ने कहा, “१२ जुलाई को हमें एक महिला से अपनी दो साल की बेटी के अपहरण के बारे में शिकायत मिली, ये अपहरण तब किया गया था जब वे हज़रत निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन के एक प्लेटफॉर्म पर ट्रेन का इंतज़ार कर रही थीं |”
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि “स्टेशन में लगे सीसीटीवी के फुटेज के माध्यम से आने जाने वालें लोगों को देखने के बाद व वहां के विक्रेताओं से पूछताछ करने के बाद, हमने पाया कि एक महिला और एक पुरुष ने नाबालिग का अपहरण कर लिया था | हमने जब उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया तो पाया की वह कुछ सालों से स्टेशन पर एक वेंडर के रूप में काम करता था |”
१४ जुलाई २०१९ को हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा प्रकाशित खबर अनुसार डिप्टी कमिश्नर ऑफ़ पुलिस (रेलवे) डीके गुप्ता ने कहा, “हमने स्टेशन के बाहर कई व्यक्तियों से पूछताछ की व हमने सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और मंच से बच्चे को ले जाते हुए दुबे को देखा | हम सराय काले खान से दूबे को गिरफ्तार करने में कामयाब रहे”।
हमने मध्यग्राम के स्टेशन मास्टर बी के दत्ता से बात की जिन्होंने स्थानीय रेलवे स्टेशन से ऐसी किसी भी घटना घटने की बात को ख़ारिज किया |
निष्कर्ष: तथ्यों के जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट के दावे को गलत पाया है, दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन में १२ जुलाई २०१९ की रात्रि को एक सोते हुए बच्चे के अपहरण का सीसीटीवी कैमरा फुटेज पश्चिम बंगाल के मध्यग्राम की एक घटना के रूप में फैलाया जा रहा है |
Title:दिल्ली के रेलवे स्टेशन की घटना को पश्चिम बंगाल के नाम से फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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