हिंदू देवी देवताओं को न मानने की शपथ लेने वाला वीडियो पुराना है, जब छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के मोहरा में राज्य स्तरीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन हुआ था।

सोशल मीडिया पर न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत के एक न्यूज बुलेटिन का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो की शुरुआत में न्यूज़ एंकर यह कहती है कि छत्तीसगढ़ से इस वक्त एक बड़ी खबर आ रही है। राजनांदगांव में कांग्रेस की महापौर हेमा देशमुख के सामने लोगों को हिंदू देवी–देवताओं को न मानने की शपथ दिलाई गई। इसके बाद शपथ लेने वाला वीडियो प्ले होता है। यूज़र्स द्वारा वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में कांग्रेस नेता के सामने हिंदू-देवी देवताओं को न मानने की शपथ दिलाई गई। पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा गया है कि…
बहुत ही चौकानेवाला.._**_कांग्रेस की हिंदू–विरोधी शपथ, कर्नाटक से छत्तीसगढ़ तक: हिंदू–विरोधी कांग्रेस कांड!_**_कांग्रेस और उसकी राज्य सरकार हिंदुओं की पीठ पीछे यही कर रही है।_**_कृपया सभी हिंदुओं के साथ शेयर करें।_**_देखिए कांग्रेस अपने ही देश में जनता को हिंदू सनातन धर्म की क्या शपथ दिला रही है।_**_जागो वरना पतन निश्चित है।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वायरल वीडियो से संबंधित कीवर्ड्स का इस्तेमाल किया। ऐसा करने से हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स प्राप्त हुई। इनमें लाइव हिंदुस्तान की 9 नवंबर 2022 में छपी रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। इसमें राजनांदगांव की मेयर हेमा देशमुख भी मौजूद थीं। हेमा देशमुख अभी छत्तीसगढ़ कांग्रेस की महिला विंग की उपाध्यक्ष हैं। जबकि मंच से दिलाई जा रही शपथ में यह कहा जा रहा था कि मैं गौरी-गणपति आदि हिंदू धर्म के किसी भी देवी देवता को नहीं मानूंगा, न ही उनकी पूजा करूंगा। मैं इस बात पर कभी विश्वास नहीं करूंगा कि भगवान ने कभी अवतार लिया है।
इस रिपोर्ट में न्यूज़ एजेंसी एएनआई के एक्स अकाउंट के हवाले से कार्यक्रम का वीडियो भी शेयर किया गया है जो हमें वायरल वीडियो में दिखा।
एबीपी न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, 7 नवंबर 2022 को छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के मोहरा के ऑक्सीजन पार्क में राज्य स्तरीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन हुआ था। यहां पर लोगों से शपथ दिलाया गया कि वह हिंदू देवी-देवताओं को नहीं मानते हैं और न ही उसकी पूजा करेंगे।
फिर हमें द प्रिंट की एक रिपोर्ट मिली। इसमें लिखा था कि भाजपा ने बौद्ध धर्म परिवर्तन कार्यक्रम में ‘हिंदुओं का अपमान’ करने के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस महापौर की आलोचना की। रिपोर्ट को आगे देखने पर यह पता चला कि कार्यक्रम में मौजूद राजनांदगांव की मेयर हेमा देशमुख ने इस मामले पर बात करते हुए द प्रिंट से कहा था कि इस कार्यक्रम में शपथ लेने की जानकारी उन्हें पहले से नहीं थी। भगवान के बारे में अपमानजनक बातें कहे जाने के चलते उन्होंने शपथ नहीं ली थी।
इसके अलावा टाइम्स नाऊ नवभारत के यूट्यूब चैनल पर भी इससे जुड़ी वीडियो रिपोर्ट को देख सकते हैं जो 9 नवंबर 2022 में अपलोडेड है।
इन सभी के अनुसार हम कह सकते हैं कि वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि 2022 का है और इसे भ्रामक तरीके से फैलाया जा रहा है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के मोहरा में राज्य स्तरीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन हुआ था, जिसमें हिंदू देवी देवताओं को न मानने की शपथ ली गई थी। उसी वक़्त के वीडियो को हाल का बता कर शेयर किया जा रहा है।

Title:छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का हिंदू देवी- देवताओं विरोधी शपथ दिलाने का पुराना वीडियो हाल के दावे से वायरल …
Written By: Priyanka SinhaResult: Missing Context
