प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उनके भाषण में कहे “चोरी सम्बंधित” वक्तव्य को सन्दर्भ से बाहर फैलाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सिलिगुड़ी में कहे गए वक्तव्य के छोटे से हिस्से को काटकर भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है।
देश में चुनावी माहौल के बीच चुनाव प्रचार शुरू हो गया है, तो वहीं सोशल मीडिया पर चुनावी शोर हर तरफ सुनाई दे रहा है। सियासी दलों की तरफ वोटर्स को लुभाने के लिए पूरा का पूरा दमखम दिखाया जा रहा है। इसी बीच एक वीडियो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सन्दर्भ में सोशल मीडिया पर काफी वायरल है, ये वीडियो उनके एक लंबे भाषण का छोटा सा भाग है जहाँ वे चोरी के सन्दर्भ में कुछ बात कर रहें हैं, मूल वीडियो से काटी गई इस छोटी क्लिप को सोशल मंचो पर साझा करते हुए ये भ्रम फैलाया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने खुद को चोर कहा है। इस दावे का फैक्ट क्रेसेंडो ने 2021 में भी खंडन किया था। इस छोटी क्लिप में हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह कहते हुए सुन सकते है कि “जब मैं छोटी चोरी करता था, तब अगर मेरी माँ ने रोका होता, तो मैं इतना बड़ा लूटेरा ना बनता।”
इस वीडियो को समाजवादी प्रहरी ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर पीएम मोदी और भाजपा पर तंज कसते हुए लिखा है कि “जब मैं छोटी चोरी करता था, उस दिन मेरी मां ने रोका होता,तो मैं लुटेरा ना बनता। #NarendraModiji (नरेंद्र मोदी)”
अनुसंधान से पता चलता है कि...
जाँच की शुरुआत में हमने इस वीडियो को इन्विड वी वेरीफाई टूल की मदद से छोटे कीफ्रेम्स में तोडा व उन कीफ्रेम्स को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च कर खोजा व साथ ही इस सन्दर्भ में हमने कुछ कीवर्ड्स सर्च किये, पारिणाम में हमें प्रधानमंत्री मोदी के वायरल हो रहे इस छोटी क्लिप के मूल वीडियो का लंबा वर्जन मिला। मूल वीडियो को 10 अप्रैल 2021 को नरेंद्र मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल से साझा करते हुए शीर्षक में लिखा है कि “पीएम् मोदी पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में लोगों को संबोधित करते हुए।”
वीडियो के विवरण में लिखा गया है कि “पश्चिम बंगाल के चौथे चरण के चुनाव से पहले एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा, “पूरे उत्तर बंगाल ने घोषणा की है कि टीएमसी सरकार जा रही है और भाजपा सरकार आ रही है। आज पूरा देश बंगाल के लोगों की इच्छाशक्ति को देखकर गौरवान्वित महसूस कर रहा है। यह इच्छाशक्ति ‘अशोल पोरिबॉर्टन’ की है। यह इच्छाशक्ति ‘सोनार बांग्ला’ की शक्ति है।”
नीचे आप मूल वीडियो और वायरल वीडियो क्लिप का तुलनात्मक विश्लेषण देख सकते है । मूल वीडियो में मोदी जी कहते है कि
“यहीं सिलिगुड़ी में ही कुछ दिन पहले ही दीदी ने कहा कि उनके तोलाबाज तो सिर्फ100,200 या 500 रुपये लेते है इसमें क्या बड़ी बात है, बड़े आराम से दीदी कह रही है कि तोलाबाज तो100,200 या 500 रुपये लेते है उसमे इतना चिल्लाते क्यों है मोदी। भाईयों बहनों हम छोटे थे तो कथा सुनी थी, उस कथा में एक बहुत बड़ा डाकू लूटेरा था, उसको फांसी की सजा हुई।जब फांसी की सजा हुई तो उसको पूछा गया की तुम्हारी अंतिम इच्छा क्या है, तो उसने कहा कि मुझे मेरी माँ को मिलना है। तो फिर सरकार ने व्यवस्था की कि फांसी पर जाने से पहले, उसको उसकी माँ से मिलवा दिया जाए। जब वो अपनी माँ को मिला तो माँ को झापड़ मार के उसने माँ की नाक को काट लिया। अपनी माँ की नाक को काट लिया, फांसी पे जाने से पहले काट लिया तो लोगों ने पूछा कि भाई तुमने अपनी माँ पर ही हमला किया, तो उसने कहा कि जब मैं छोटी चोरी करता था, तब अगर मेरी माँ ने रोका होता, तो मैं इतना बड़ा लुटेरा ना बनता और मुझे फांसी पर जाने की नौबत नहीं आती।”
इससे यह स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो क्लिप, मूल वीडियो से काटकर संदर्भ के बाहर फैलाया जा रहा है, सिलीगुड़ी में दिए अपने भाषण में मोदी जी चोरी से सम्बंधित एक प्रकरण को आमजन के साथ साझा कर रहे थे, मूल वीडियो के एक छोटे से हिस्से को काटकर उसे सन्दर्भ के बाहर फैलाया जा रहा है।
निष्कर्ष:
तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को सन्दर्भ के बाहर का पाया है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सिलिगुड़ी में कहे गए वक्तव्य के छोटे से हिस्से को काटकर गलत व फेक दावे से शेयर किया जा रहा है।
Title:प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उनके भाषण में कहे “चोरी सम्बंधित” वक्तव्य को सन्दर्भ से बाहर फैलाया जा रहा है।
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: Missing Context