Political

नमाजियों को लात मारने वाले पुलिसकर्मी की कोर्ट पेशी के दौरान मुस्लिम भीड़ द्वारा पिटाई का दावा फर्जी है …..

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि भीड़ ने पुलिस की एक गाड़ी को घेरा हुआ है। यूजर्स का दावा है कि मुस्लिमों की भीड़ ने कोर्ट में पेशी के लिए लाए गए उस पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी, जिसने सड़क पर नमाज अदा करते नमाजियों को लात मारी थी।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- जिस जाट के छोरे दरोग़ा तोमर ने सड़क पर नमाज़ पढ़ने वालों के पिछवाड़े में लात मारी थी, उसी को पुलिस की उपस्थिति में मुस्लिम भीड़ ने पिटाई कर दी। अब आप देख लो क्या होने वाला है।

फेसबुकआर्काइव 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए अलग अलग की-वर्ड का इस्तेमाल किया। परिणाम में वायरल वीडियो की जानकारी हमें DCP North Delhi के एक्स हैंडल पर एक ट्वीट में  दिखाई दिया। जिसमें उन्होंने जानकारी दी है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। 

ट्वीट में दिल्ली पुलिस ने न सिर्फ इस दावे को भ्रामक बताया, बल्कि यह जानकारी भी दी कि यह वीडियो कब का था। DCP नॉर्थ दिल्ली ने एक्स यूजर अनुपम मिश्रा के ट्वीट के जवाब में लिखा –

यह जानकारी गलत है। जिस SI की बात की जा रही है वह इस वीडियो में मौजूद नहीं है। वीडियो कल शनिवार 9 मार्च का नहीं, बल्कि शुक्रवार 8 मार्च का है, जब प्रदर्शनकारी इंद्रलोक में इकट्ठा हुए थे। स्थानीय लोगों ने पुलिस अधिकारियों को पुलिस चौकी तक पहुंचाया जिसके बाद हाथापाई हुई।

आर्काइव

नमाजी को लात मारने का मामला- 

राजधानी के इंद्रलोक इलाके में एक नमाजी को लात मारने के मामले में राजनीति भी तेज हो गई है।  इस घटना को अंजाम देने वाले सब इंस्‍पेक्‍टर मनोज तोमर को विभाग ने सस्‍पेंड कर दिया गया। इंद्रलोक चौकी इंचार्ज तोमर के समर्थन में अब हिन्‍दू रक्षा दल आ खड़ा हुआ है।  एसआई के सस्पेंशन को वापस लेने की मांग पर हिंदू रक्षा दल के पिंकी चौधरी अपने कार्यकर्ताओ के साथ प्रदर्शन क‍िया।  उन्‍होंने पुलिस मुख्यालय के सामने बंगला साहिब लेन में सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा भी पढ़ी। 

निष्कर्ष- 

तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, नमाजियों को लात मारने वाले पुलिसकर्मी की कोर्ट पेशी के दौरान मुस्लिम भीड़ द्वारा पिटाई किए जाने का दावा भ्रामक है। DCP North Delhi ने इसे फेक न्यूज बताया है। साथ ही स्पष्ट किया कि जिस पुलिसकर्मी मनोज तोमर की पिटाई का दावा किया जा रहा है, वह वीडियो में मौजूद नहीं है।

Title:नमाजियों को लात मारने वाले पुलिसकर्मी की कोर्ट पेशी के दौरान मुस्लिम भीड़ द्वारा पिटाई का दावा फर्जी है …..

Written By: Saritadevi Samal

Result: Misleading

Recent Posts

सच नहीं है, ऑपरेशन सिंदूर में सात विमानों के नुकसान कबूलते CDS अनिल चौहान का वायरल वीडियो…

CDS अनिल चौहान का ऑपरेशन सिंदूर से जोड़ कर डीप फेक वीडियो किया जा रहा…

23 hours ago

बिहार के सुपौल में निर्माणाधीन पुल गिरने का पुराना वीडियो हालिया बताकर वायरल…

सोशल मीडिया पर एक पुल गिरने का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो…

2 days ago

पाकिस्तान के मुज़फ़्फ़रगढ़ में हुई सामूहिक हत्याकांड का पुराना वीडियो उत्तर प्रदेश के अमरोहा के दावे से वायरल…

खून से लथपथ शवों दर्शाता वायरल वीडियो पाकिस्तान का है, उत्तर प्रदेश का नहीं। पूरी…

2 days ago

महाराष्ट्र में नाबालिग पर हुआ चाकू हमला ‘लव जिहाद’ का प्रकरण नहीं; जानिए सच

दिन दहाड़े नाबालिग स्कूली छात्रा पर चाकू से हमला करने वाले एक सिरफिरे आशिक का…

3 days ago

वायरल वीडियो धनखड़ के इस्तीफे से सम्बंधित नहीं, फर्जी है दावा….

धनखड़ के पुराने बयान को उनके इस्तीफे से जोड़ा जा रहा है, उनका यह वीडियो…

4 days ago

यूपी के उन्नाव में छेड़खानी के आरोपी की पिटाई मामले में नहीं है कोई सांप्रदायिक एंगल, दावा फर्जी…

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें स्कूल की छात्रा को एक…

4 days ago