27 मार्च 2025 को पश्चिम बंगाल के मालदा में हुई हिंसा से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। जिसमें भीड़ सड़कों पर तोड़फोड़ और वाहनों में आग लगाती नजर आ रही है। वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह पश्चिम बंगाल के मालदा में हुई हालिया हिंसा को दर्शाता है।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- मालदा में जिहाद। हिंदुओं/काफिरों को निशाना बनाया जा रहा है। मुस्लिम आबादी बढ़ने और हिंदू आबादी में गिरावट के कारण भारत गंभीर खतरे में है। अगर आम हिंदू सड़क पर उतरकर ‘जैसे को तैसा’ वाली कार्रवाई नहीं करते हैं तो हमारे दिन भी बांग्लादेश और पाकिस्तान की तरह गिने-चुने रह जाएंगे।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल वीडियो की खबर हमें बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट प्रोथोम एलो द्वारा अपलोड खबर में मिला। यहां पर वीडियो को 27 नवंबर 2023 को अपलोड किया गया है। जिससे ये स्पष्ट है कि वायरल वीडियो हाल का नहीं है।
खबर के 0:37 सेकंड पर, वही दृश्य देखे जा सकते हैं जो वायरल वीडियो में दिखाए गए हैं। वीडियो के कैप्शन में लिखा है: “सिलहट में नाकाबंदी के समर्थन में मशाल जुलूस और वाहन तोड़फोड़”। https://www.youtube.com/watch?v=LRnm10PgbV8
इसके बाद हमने वायरल वीडियो को ध्यान से देखा। इसमें एक दुकान के ऊपर Afza’s Sweet & Dessert का बोर्ड लगा हुआ है। इससे संकेत लेते हुए हमने वायरल वीडियो में दिख रहे स्थान को गूगल मैप्स से ढूंढा। स्पष्ट हुआ कि यह दुकान बांग्लादेश के सिलेट में है।
वायरल वीडियो और गूगल मैप्स पर दिख रहे स्थान के बीच विश्लेषण करने से पता चलता है कि, वायरल तस्वीर और इस तस्वीर में बोर्ड और लोकेशन एक सी ही दिख रही है।
इसके अलावा अपनी पड़ताल में आगे बढ़ते हुए हम पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा किया गया एक स्पष्टीकरण पोस्ट तक पहुंचे, जिसके अनुसार पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा कि वीडियो बांग्लादेश के सिलहट क्षेत्र में नवंबर 2023 में हुई एक घटना का है।
27 मार्च 2025 को मालदा में हुई हिंसा से कोई संबंध नहीं है।
स्पष्टीकरण पोस्ट में लिखा है: “आगजनी और तोड़फोड़ का संलग्न वीडियो कुछ तिमाहियों से सोशल मीडिया पर मालदा जिले की घटना के रूप में प्रसारित किया जा रहा है। यह दावा पूरी तरह से फर्जी है। यह वीडियो बांग्लादेश के सिलहट क्षेत्र में नवंबर 2023 की घटनाओं का है और इसका मालदा में कल की घटना से कोई संबंध नहीं है।”
इन सभी जानकारियों से यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो बांग्लादेश का है, पश्चिम बंगाल का नहीं।
बंगाल में सांप्रदायिक तनाव के बाद हिंसा, हिंदुओं की दुकानों और घरों को बनाया निशाना-
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के नौदा थाना क्षेत्र के झौबोना गांव में देर रात सांप्रदायिक तनाव की घटना सामने आई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावों के अनुसार, एक समुदाय विशेष की भीड़ ने हिंदुओं की दुकानों और पान के खेतों को निशाना बनाया। इस घटना ने क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया है। इससे पहले से मालदा जिले के मोथाबारी में हुई हिंसा के बाद राज्य का माहौल संवेदनशील बना हुआ है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, पश्चिम बंगाल के मालदा में 27 मार्च को हिंसा हुई थी। हालांकि, इससे जोड़कर वायरल हो रहा वीडियो बांग्लादेश की 2023 की एक घटना का है। इसका मालदा से कोई संबंध नहीं है।
Title: बांग्लादेश का एक पुराना वीडियो मालदा में हुई हिंसा के दावे से वायरल…
Fact Check By: Sarita SamalResult: False
अमेरिका द्वारा ईरान पर हमले के विरोध में ट्रंप के खिलाफ प्रदर्शन का नहीं, बल्कि…
सोशल मीडिया पर ईरान द्वारा इजरायली शहर तेल अवीव पर किए गए हमले से जोड़कर…
अमेरिका ने ईरान पर हमला करते हुए इजराइल-ईरान संघर्ष में उतर गया। इस पृष्ठभूमि में…
इजरायल पर ईरान के हमले का नहीं है वीडियो, इराक का पुराना वीडियो भ्रामक दावे…
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें नदी के बीच कई सारी…
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें यात्रियों को सीट 11A को…