Political

अरुण गोविल के दलित के घर खाना नहीं खाने का दावा  फर्जी…

मेरठ से भाजपा प्रत्याशी अभिनेता अरुण गोविल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि अरुण गोविल अपने साथियों के साथ जमीन पर बैठे हुए हैं और उनके सामने खाने की थाली रखी हुई है। वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि अरुण गोविल ने खाने की थाली को हाथ जोड़कर प्रणाम किया, लेकिन खाना नहीं खाया क्योंकि वह दलित का घर था।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- मेरठ जनपद से BJ Party के लोकसभा प्रत्याशी अरुण गोविल जी वाल्मीकि कार्यकर्ता के घर भोजन दर्शनकरने पहुंचे। भगवान श्री राम ने त्रेता युग में शबरी के झूठे बेर खाए थे और यह 2024 में दलित के घर का भोजन नहीं खा पा रहे ।

ट्विटरआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए अलग अलग की-वर्ड का इस्तेमाल किया। परिणाम में वायरल वीडियो का पूरा वीडियो हमें अरुण गोविल (आर्काइव)  के ऑफिशियल X अकाउंट पर मिला। 13 अप्रैल को शेयर की गई इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है- मेरठ के भगवतपुरा में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बूथ अध्यक्ष श्रीमती नीतू जाटव के आवास पर भोजन तथा पार्षद श्री अरुण मचल वाल्मीकि जी के आवास पर चाय पर चर्चा कार्यक्रम हुआ।

इस वीडियो में अरुण गोविल को खाना खाते हुए साफ तौर पर देखा जा सकता है। जिससे पता चलता है कि क्लिप वीडियो को शेयर कर सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाया जा रहा है। 

मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की जांच की। परिणाम में वायरल वीडियो की खबर हमें अमर उजाला, जी न्यूज़ और ईटीवी भारत द्वारा 13 अप्रैल 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट्स मिलीं। रिपोर्ट्स में दी गयी जानकारी के अनुसार, मेरठ में अरुण गोविल बूथ अध्यक्ष श्रीमती नीतू जाटव जी के घर पहुंचे थे। इस दौरान महिलाओं ने अरुण गोविल की आरती उतारकर स्वागत किया। इसके बाद घर में बैठकर उन्होंने खाना खाया। इसके अलावा रिपोर्ट में मौजूद तस्वीर में वे चाय पीते हुए भी दिखाई दे रहे हैं।

आगे हमें ABP न्यूज की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में  संवाददाता ने जब अरुण गोविल से पूछा कि जैसे प्रभु राम शबरी की कुटिया में बेर खाने गए थे, आप दलित बस्ती में आए हैं, लोग आपको देख कर बहुत उत्साहित हैं। इसके जवाब में उन्होंने कहा- मैं यहां आया हूं, यहां के लोगों ने मेरा स्वागत किया। मैंने इन लोगों के साथ बैठकर खाना खाया क्योंकि इन्होंने मुझे खाना खिलाया, इन्होंने मुझे चाय पिलाई, मैंने चाय पी।

आगे हमने वायरल वीडियो और हमें मिले वीडियो का विश्लेषण किया। जिससे ये स्पष्ट है कि अरुण गोविल के आधे-अधूरे वीडियो को गलत और भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। अरुण गोविल 13 अप्रैल को मेरठ के भगवतपुरा पहुंचे थे और उन्होंने एक दलित के घर खाना खाया था।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, अरुण गोविल के आधे-अधूरे वीडियो को गलत और भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। अरुण गोविल 13 अप्रैल को मेरठ के भगवतपुरा पहुंचे थे और उन्होंने बूथ अध्यक्ष नीतू जाटव के घर खाना खाया था।

Title:अरुण गोविल के दलित के घर खाना नहीं खाने का दावा फर्जी…

Fact Check By: Sarita Samal

Result: False

Recent Posts

पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी सैनिकों पर भारतीय सेना के एक्शन के दावे से 5 साल पुराना वीडियो वायरल…

भारतीय सेना की तरफ से पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई के दावे से वायरल वीडियो अप्रैल…

8 hours ago

पाकिस्तानियों के भारत छोड़ने का नहीं है यह वीडियो, फर्जी दावा किया जा रहा वायरल…

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने भारत में…

8 hours ago

संदिग्ध आतंकी 2017 में पकड़ा गया था , पुरानी रिपोर्ट पहलगाम हमले से जोड़कर वायरल….

पहलगाम हमले के बाद  सोशल मीडिया पर एबीपी न्यूज की एक वीडियो रिपोर्ट के जरिए…

1 day ago

आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में बनी बीआर आंबेडकर की प्रतिमा चीन में बने स्टेचू के दावे से वायरल…

बीआर आंबेडकर की यह प्रतिमा चीन की नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की है,…

1 day ago