पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद की मांग कर रहे मुसलमानों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज का दावा फेक है। वीडियो बांग्लादेश के ढाका में शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन का है।

अभी हाल ही में 6 दिसंबर 2025 को, बाबरी मस्जिद विध्वंस की वर्षगांठ के अवसर पर, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के बेलडांगा क्षेत्र में एक मस्जिद की नींव रखी थी। जिससे जोड़ते हुए इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें बड़ी सी भीड़ को भीड़भाड़ वाले चौराहे से गुजरते हुए दिखाया गया है, जबकि पुलिस आगे बढ़ती हुए प्रदर्शनकारियों पर लाठियां मारती है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस ने ग्रेनेड का इस्तेमाल किया और जमा हुई भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। यूज़र ने वीडियो को साझा करते हुए दावा किया है कि यह पश्चिम बंगाल का वीडियो है, जहां बाबरी मस्जिद की मांग कर रहे मुसलमानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। वीडियो के साथ कैप्शन लिखा गया है…
बन गई बाबरी मस्जिद अब आया ना मजा
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वायरल वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें एक फेसबुक पोस्ट में यहीं वायरल वीडियो मिला, जिसे 9 नवंबर 2025 को अपलोड किया गया था। यहां पर बांग्ला भाषा में लिखे कैप्शन के अनुसार, वीडियो बांग्लादेश के ढाका के शाहबाग इलाके में शिक्षकों के प्रदर्शन का है।
आगे सर्च करने पर हमें Deshkal News के इंस्टाग्राम अकाउंट पर प्रदर्शन से जुड़ी तस्वीरें मिलीं। यहां लिखे कैप्शन के अनुसार, 8 नवंबर को प्राइमरी स्कूल के सहायक शिक्षक ढाका में सेंट्रल शहीद मीनार से शाहबाद की ओर मार्च कर रहे थे। तभी पुलिस ने शिक्षकों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन, साउंड ग्रेनेड और आंसू गैस के गोले दागे, इस घटना में कई टीचर घायल हो गए।

बांग्लादेश बुलेटिन की 8 नवंबर की एक फेसबुक पोस्ट में वायरल फुटेज से मिलती-जुलती तस्वीरों को देखा जा सकता है। पोस्ट के कैप्शन के अनुसार, यह घटना ढाका के शाहबाग में घटी थी, जिसमें पुलिस द्वारा किए गए भारी लाठीचार्ज में 120 शिक्षक घायल हो गए थें।
8 नवंबर, 2025 को प्रकाशित बांग्लादेशी दैनिक की रिपोर्ट से पता चलता है कि, पुलिस ने राजधानी ढाका के शाहबाग में प्रदर्शन कर रहे प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें 120 शिक्षक घायल हो गए थें। डीएमसीएच अस्पताल स्थित पुलिस शिविर के प्रभारी इंस्पेक्टर, एमडी फारुक ने इस मामले की पुष्टि की। घायलों का ढाका मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन विभाग में इलाज चल रहा है।
इसी प्रकार से न्यूज एजेंसी रायटर्स और मीडिया आउटलेट न्यूयॉर्क पोस्ट द्वारा अपलोड किए गए वीडियो में पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई की घटना को हम देख सकते हैं, जिनसे यह स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो का पश्चिम बंगाल से कोई लेना-देना नहीं है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि असल में वायरल वीडियो बांग्लादेश का है, जहां ढाका के शहीद मीनार के पास प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थें और पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। उसी घटना के वीडियो पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद की मांग कर रहे मुसलमानों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के भ्रामक दावे से साझा किया जा रहा है।
Title:बंगाल में हालिया बाबरी मस्जिद प्रकरण के नाम पर बांग्लादेश के ढाका का वीडियो भ्रामक दावे से वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False


