Misleading

बांग्लादेश में हुई लड़ाई का पुराना वीडियो ,असम  में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों द्वारा भाला लेकर मार्च करने के झूठे दावे से वायरल..

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लोगों का एक बड़ा समूह लंबे भाले लिए हुए दिखाई दे रहा है।वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं जो असम के ग्वालपाड़ा में अधिकारियों और पुलिस पर हमला करने के लिए मार्च कर रहे हैं। 

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- अवैध बांग्लादेशी असम के ग्वालपाड़ा में अधिकारियों पर घर में बने धारदार भालों और पत्थरों से हमला करने की योजना बना रहे हैं।उनके साथ क्या किया जाना चाहिए?

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल वीडियो  हमें   बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट, डेली सन  में मिला। यहां पर वीडियो को 1 जुलाई 2025अपलोड किया गया है।

 पोस्ट में कैप्शन लिखा था, ‘बीएनपी के दो गुटों के बीच झड़प में कम से कम 40 घायल।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए अधिक सर्च करने पर वायरल वीडियो की एक स्क्रीनशॉट हमें  ढाका मेल पर शेयर की हुई मिली। प्रकाशित खबर के अनुसार  बीएनपी के दो गुटों के बीच  एक लंबे समय से चले आ रहे विवाद में लगभग 40 लोग घायल हो गए और आगजनी व तोड़फोड़ भी हुई।

इस खबर को यहाँ, यहाँ और यहाँ पर भी देखा जा सकता है। जिसके अनुसार, यह घटना 1 जुलाई 2025 को अब्दुल्लापुर गाँव में हुई थी। यह विवाद कथित तौर पर ‘यूनियन बीएनपी अध्यक्ष कमाल पाशा और किशोरगंज ज़िला वालंटियर पार्टी के संयुक्त संयोजक फरहाद अहमद’ के बीच हुआ था।

 बांग्लादेशी घुसपैठियों को वापस भेजा-

बतादें कि असम सरकार ने 3 अगस्त 2025 को तीन बांग्लादेशी घुसपैठियों और पिछले कुछ महीनों में 300 से ज़्यादा घुसपैठियों को वापस खदेड़ा है ।असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को असम के श्रीभूमि जिले से 10 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को पड़ोसी देश में खदेड़ दिया।मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘अवैध घुसपैठ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी है! आज तड़के असम पुलिस ने श्रीभूमि सेक्टर से 10 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को खदेड़ दिया।शर्मा ने कहा, ‘‘असम की जनसांख्यिकी को बदलने की कोशिशें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। सीमाएं सुरक्षित हैं, घुसपैठिए खदेड़ दिये गए!’

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, बांग्लादेश में एक राजनीतिक झड़प का वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ गलत तरीके से  वायरल किया जा रहा है। जो अवैध बांग्लादेशी अप्रवासियों द्वारा असम में पुलिस पर हमला करने का नहीं है।

Title:बांग्लादेश में हुई लड़ाई का पुराना वीडियो ,असम में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों द्वारा भाला लेकर मार्च करने के झूठे दावे से वायरल..

Fact Check By: Sarita Samal

Result: Misleading

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