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भारत सरकार या W.H.O ने कोरोनावायरस के कारण त्योहारों के दौरान चीनी उत्पादों को न खरीदने हेतु कोई सूचना पत्र जारी नही किया है |

इंटरनेट COVID-19 यानि कोरोना वायरस से संबंधित विभिन्न दावों से भरा हुआ है और चूँकि चीन COVID-19 वायरस का उपरिकेंद्र है, जिसके चलते सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने चीनी उत्पादों को खरीदने के खिलाफ कई सलाह व सुझाव साझा कियें हैं |

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने COVID-19 को अंतर्राष्ट्रीय स्थल पर सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है | WHO  की दैनिक स्थिति रिपोर्ट के अनुसार २३ फरवरी २०२० को चीन में COVID-19 के कारण 2445 मौतें हो चुकी है |

इसके बीच, फैक्ट क्रेस्सन्डो को एक चेतावनी वाले मैसेज एक ग्राफिक कार्ड के रूप हमारे WhatsApp नंबर 9049053770 पर सत्यता जांचने के लिए  भेजा गया | यह मैसेज विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार द्वारा जारी की गयी चेतावनी की तरह लग रहा था |

ग्राफ़िक कार्ड में लिखा गया है कि, “सबसे बड़े भारतीय त्योहारों में से एक होली है जो भारत में अभी आने वाली है, बहुत सारे रंग, मुखौटे और अन्य सामग्रियां चीन से आती हैं | ये चीजें आपके द्वारा यह सोचकर खरीदी जाती हैं कि वे सस्ती और आकर्षक हैं, हालांकि उसमे पॉलीमर की कोसी का उपयोग करके निर्मित की जाती हैं | आपको बता दें कि ये कोसी चीन के हुनेई में बना है जो कोरोनावायरस के प्रकोप की चपेट में है | आप सभी से अपील है की चीन से आने वाली सामान का प्रयोग ना करे |”

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जब फैक्ट क्रैसेन्डो ने वायरल ग्राफिक कार्ड को ध्यान से पढ़ा, तो हमने पाया कि चेतावनी में कई व्याकरण संबंधी त्रुटियां थीं, जिन्हें नीचे लाल रंग में चिह्नित किया गया है | इससे यह बात संदेहास्पद लगती  है कि क्या वास्तव में  WHO और भारत सरकार आधिकारिक तौर पर इतनी त्रुटियों से भारी विज्ञप्ति जारी कर सकती हैं |

एक सरल कीवर्ड खोज के साथ, हमने पाया कि भारत सरकार ने चीन में कोरोनोवायरस के प्रकोप के मद्देनजर चीनी उत्पादों के बारे में ऐसी कोई सूचना पत्र जारी नहीं किया है | हमें एक भी विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें यह कहा गया है कि सरकार ने होली के दौरान चीनी उत्पादों को खरीदने के खिलाफ लोगों को सावधान करते हुए एक सूचना पत्र जारी किया है | इस सूचना पत्र के संबंध में कोई प्रेस विज्ञप्ति भी हमें प्राप्त नही हुई | 

इससे यह बात स्पष्ट है कि इस सूचना पत्र को किसी आम आदमी ने ही फर्जी खबर फेलाने के इरादे से बनाया था | जिसने ग्राफिक कार्ड बनाया था, उसने कार्ड के ऊपर केवल World health organisation लिखा था | जिस तरह से ’ health’ और organisation ’को बिना कैपिटल लेटर के लिखा गया है, यह साबित करता है कि अराजकता बढ़ाने के लिए आम आदमी द्वारा इस सूचना पत्र को डिजिटल रूप से बनाया गया है | World Health Organisation का शोर्ट फॉर्म WHO है |

WHO और भारत सरकार दोनों के किसी भी आधिकारिक दस्तावेज़ पर उनके लोगो, मुहर, हस्ताक्षर, पदनाम आदि होते हैं, जो उनकी प्रामाणिकता के प्रमाण के रूप में होता है | इसके अलावा, सभी दस्तावेज़, प्रेस रिलीज़, सलाहकार या चेतावनी भारत सरकार और WHO के आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है | 

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | ग्राफिक कार्ड डिजिटल रूप से पाठकों को भ्रमित करने के लिए बनाया गया है | WHO और भारत सरकार दोनों में से किसी  ने भी  ऐसी कोई चेतावनी सूचना पत्र के रूप में जारी नहीं की है |

Title:भारत सरकार या W.H.O ने कोरोनावायरस के कारण त्योहारों के दौरान चीनी उत्पादों को न खरीदने हेतु कोई सूचना पत्र जारी नही किया है |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False

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