यह वीडियो बलूचिस्तान का नहीं बल्कि गुजरात के सूरत में हुई रैली का है, दावा फर्जी है।

बलूचिस्तान अब पाकिस्तान से पूरी तरह अलग होना चाहता है। हाल के घटनाक्रम को देखा जाए तो पाकिस्तान के खिलाफ भारत की तरफ से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद, पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत बलूचिस्तान ने उससे अलग होने की घोषणा कर दी। बलूचिस्तान के नेता मीर यार ने दुनियाभर से समर्थन मांगा। मीर यार का कहना है कि पाकिस्तान की सरकार उनके लोगों के साथ बहुत अत्याचार कर रही है, इसीलिए उन्होंने पाकिस्तान के साथ औपचारिक आजादी की घोषणा की है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल किया गया है, जिसमें एक जुलूस दिखाई दे रहा है। बैंड पर ‘सारे जहां से अच्छा’ गीत के धुन बजाए जा रहे हैं और कई लोग हाथों में तिरंगा झंडा लिए जा रहे हैं। यह वीडियो इस दावे से शेयर हो रहा है कि बलूचिस्तान में वहां की सेना द्वारा तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। वहीं पोस्ट के साथ कैप्शन लिखा गया है कि…
बलूचिस्तान में (पाकिस्तान) बलूच सेना द्वारा तिरंगा यात्रा का आयोजन
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वायरल वीडियो को ध्यान से देखा। वीडियो में हमें एक फ्रेम्स में “तिरंगा यात्रा, ऑपरेशन सिंदूर” का बैनर दिखाई दिया।साथ ही वीडियो में नजर आ रहे बैंड के ड्रम पर “सैफ़ी स्काउट सूरत” लिखा हुआ दिखाई दे रहा है।
साथ ही हमने यह भी पाया कि इसमें दिख रही दुकानों के नाम गुजराती में लिखे हैं।
इससे मदद लेते हुए हमने खोज की शुरुआत की तो परिणाम में हमें वायरल वीडियो से मेल खाता हुआ वीडियो world_of_mumineen_band नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिला। यहां पर इस सूरत में आयोजित तिरंगा यात्रा का बताया गया है।
https://www.instagram.com/reel/DJqgeQspa2a/?utm_source=ig_web_copy_link
सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो saifeescoutsurat के आधिकारिक इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर भी शेयर किया हुआ मिला। इसके साथ लिखे कैप्शन के अनुसार वीडियो तिरंगा यात्रा का था जिसका आयोजन सूरत में हुआ था। बैंड की तरफ से धुन दी गई थी जो सूरत के सैफी स्काउट एक म्यूजिक बैंड है।
इस अकाउंट से हमें सूरत में हुई तिरंगा यात्रा के दौरान बैंड के प्रदर्शन को दिखाने वाले और भी वीडियो मिले। इनमें वायरल वीडियो से मिलते हुए दृश्य दिखाई दे रहे हैं।
हमें गुजरात के सूरत में निकाली गई तिरंगा यात्रा से संबंधित एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली, जिसे गुजरात के एक स्थानीय यूट्यूब चैनल पर शेयर किया गया है। साथ ही न्यूज 18 गुजराती के यूट्यूब चैनल पर भी इससे संबंधित वीडियो रिपोर्ट को देखा जा सकता है जिसे 14 मई 2025 शेयर किया गया था।वीडियो रिपोर्ट में वायरल वीडियो के विजुअल दिखाई देते हैं। इसमें बताया गया था कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल के नेतृत्व में सूरत के भागल चार रास्ता से चौक बाजार तक तिरंगा यात्रा निकाली गई थी।
15 मई 2025 को छपी इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण दाऊदी बोहरा समुदाय से संबंधित ‘सैफी स्काउट सूरत’ का म्यूजिक बैंड था, जो भागल चौराहे से यात्रा का नेतृत्व करता हुआ दिखाई दिया।केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने सूरत में तिरंगा यात्रा का नेतृत्व करते हुए ऑपरेशन सिंदूर पर भारतीय सेना के शौर्य और बहादुरी के परिचय का संदेश दिया था।
दरअसल ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम को लेकर 12 मई को प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम एक संबोधन दिया था। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने 13 मई से 23 मई के बीच तिरंगा यात्रा निकालने का आह्वान किया, ताकि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को सेलिब्रेट किया जाए व भारतीय सशस्त्र बलों के पराक्रम को सम्मानित किया जाए। इसी संदर्भ से देशभर में तिरंगा यात्राएं आयोजित की जाने लगी।
और अधिक स्पष्टीकरण के लिए हमने गूगल स्ट्रीट व्यू की मदद से वायरल वीडियो में दिख रहे लोकेशन को ढूंढा। हमने पाया कि वायरल वीडियो वाली दुकानें और बिल्डिंग वही की है।
इसलिए पूर्णतः स्पष्ट हो जाता है कि बलूचिस्तान में हुई तिरंगा रैली का बताकर शेयर किया जा रहा वीडियो गुजरात के सूरत का है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह से गलत है। वायरल वीडियो असल में गुजरात के सूरत में निकाली गई तिरंगा यात्रा है। इसका बलूचिस्तान में हुई तिरंगा रैली से कोई संबंध नहीं है।

Title:गुजरात में निकाले गए तिरंगा यात्रा का वीडियो बलूचिस्तान के दावे से वायरल…
Written By: Priyanka SinhaResult: False
