इस घटना में कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है। इसमें जो आरोपी है वह भी हिंदू है और पीड़िता भी हिंदू है।
हाल ही में उत्तर प्रदेश के श्रवस्ती में एक नाबालिग लड़की को एक शख्स ने टॉफी दिलाने के बहाने ले जाकर उसका अपहरण किया, फिर उसके साथ दुष्कर्म किया और अंत में उसकी हत्या कर दी। उस लड़की की तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि जिस शख्स ने उसके साथ दुष्कर्म किया है वह मुस्लिम है। और वह हिंदू नाम से रह रहा था व उसका असली नाम मुजफ्फर अली है। उसको पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
वायरल हो रहे पोस्ट के साथ यूज़र ने लिखा है, “यूपी में 11 वर्षीय हिन्दू लड़की के साथ दुष्कर्म कर की हत्या, पुलिस ने हिन्दू नाम से रह रहे मुजफ्फर अली को किया गिरफ्तार। लव जिहाद।“
अनुसंधान से पता चलता है कि…
इस दावे की जाँच हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च कर की। जिसमें 5 जून को प्रकाशित ए.बी.पी गंगा की रिपोर्ट में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती के थाना गिलौला के रामपुर पैडा गांव में एक दस साल की नाबालिग बच्ची को टॉफी दिलाने के बहाने घर से अपहरण कर ले गया। फिर उसके साथ दुष्कर्म कर उसका गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। जिसके बाद उसने लड़की के शव को बोरे में भरकर उसे नहर में फेंक दिया। काफी समय तक लड़की के न मिलने पर घर वालों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी। फिर पुलिस ने आरोपी शील कुमार को गिरफ्तार कर लिया।
इसको ध्यान में रखकर हमने और कीवर्ड सर्च किया। हमें इस खबर के बारे में श्रवस्ती की पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह द्वारा 4 जून को एक वीडियो प्रसारित किया हुआ मिला। उसमें उन्होंने इस घटना के बारे में जानकारी दी है।
आगे बढ़ते हुये हमें अलिशान जाफरी नामक एक पत्रकार के ट्वीटर हैंडल पर 7 जून को श्रवस्ती पुलिस की एक सूचना शेयर की हुई मिली। जिसमें उन्होंने बताया कि शील कुमार नामक शख्स को पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत गिरफ्तार किया है। जिसे आप नीचे देख सकते है।
इसके बाद हमने श्रवस्ती की पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह से संपर्क किया। और उनसे इस दावे के पुष्टि की कि इस घटना किसी भी तरह का सांप्रदायिक कोण है या नहीं। उन्होंने हमें बताया कि “यह दावा गलत है कि इस मामले में मुस्लिम शख्स ने हिंदू लड़की के दुष्कर्म कर उसकी हत्या की। इस घटना में दोनों ही पक्ष हिंदु समुदाय से है। इसमें सांप्रदायिकता का कोई संबन्ध नहीं है।“
उन्होंने हमें यह भी बताया कि पुलिस ने इसका स्पष्टिकरण दिया है। जाँच में आगे बढ़ते हुये हमें श्रवस्ती पुलिस के ट्वीटर हैंडल पर 7 जून को उनके द्वारा दिया गया स्पष्टिकरण भी मिला। आप नीचे दिये गये ट्वीट में देख सकते है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे पोस्ट के साथ किया गया दावा गलत है। इस घटना में जो आरोपी है वह मुस्लिम नहीं हिंदू समुदाय से है।
Title:यूपी के श्रवस्ती में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म कर हत्या की घटना को सांप्रदायिकता से जोड़ा जा रहा है।
Written By: Samiksha KhandelwalResult: False
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