संभल में खुदाई के दौरान मस्जिद मिलने का दावा सच नहीं है, पोस्ट में दिख रही संरचना एक बावड़ी की है, जिसके आगे के और हिस्से को ढूंढने का काम चल रहा है।

उत्तरप्रदेश का संभल इन दिनों काफी चर्चा में है। शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर वहां भड़की हिंसा से जुड़ा मामला अब तक शांत नहीं हुआ है। इसी बीच सोशल मीडिया एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें एक संरचना का वीडियो और कुछ तस्वीरें दिखाई दे रही है। इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि संभल में खुदाई के दौरान एक मस्जिद निकली है। वहीं वायरल पोस्ट के साथ कैप्शन में यह लिखा गया है….
संभल में खुदाई करके मंदिर तलाशा जा रहा था लेकिन जमीन के नीचे भी मस्जिद ही निकल आई! अगर यह मंदिर होता तो यहा अभी तक पूजा करनी शुरू हो चुकी होती!
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वायरल पोस्ट में वीडियो के साथ दिख रही तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें “Sambhal एक ऐतिहासिक जिला” नाम के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो रिपोर्ट मिला। इस चैनल पर वीडियो को 27 दिसंबर को अपलोड किया गया है। हमने इस रिपोर्ट में वायरल पोस्ट में दिख रही संरचना को मिलते-जुलते देखा। इसमें इस संरचना को संभल के चंदौसी में मिली बावड़ी बताया गया है। साथ ही बताया गया है कि बावड़ी के एक तल की खुदाई हो गई है, जबकि नीचे के दो तल और हैं। वीडियो में बताया जा रहा है कि इस बावड़ी का निर्माण बिलारी की रानी सुरेंद्रबाला ने 1857 में कराया था। हमने देखा कि रिपोर्ट में कहीं भी इस संरचना को मस्जिद नहीं बताया गया है।
हमें एक अन्य यूज़र के ही यूट्यूब चैनल पर ऐसा ही एक वीडियो शेयर किया हुआ मिला। इसमें भी वायरल वीडियो में दिख रही संरचना को बावड़ी का ही बताया गया है।
हमारे द्वारा थोड़ा और खोज करने से हमें इस मामले पर छपी कुछ मीडिया रिपोर्ट मिली। 28 दिसंबर 2024 को प्रकाशित अमर उजाला की रिपोर्ट यह बताती है कि संभल में चंदौसी में खोदाई करने पर बावड़ी मिली है। खोदोई में 14 से अधिक सीढ़ियां और सीमेंट के बने खंभे मिले हैं। मौके पर एएसआई की टीम लगातार सर्वे कर रही है। रिपोर्ट में वायरल वीडियो से मिलती हुई तस्वीर को शेयर किया गया है।
हमें मिली आजतक की रिपोर्ट के अनुसार संभल के चंदौसी में ऐतिहासिक बावड़ी की खुदाई में प्रथम तल के मिलने की ख़बर लिखी है जो मिट्टी और कचरे के ढेर से दबी थी। इसके अंदर पुराने समय की पत्थरों से बनी संरचनाएं हैं, अंदर के रास्ते हैं। एएसआई सर्वेक्षण टीम ने बावड़ी का निरीक्षण किया है।
हमने पाया कि ऐसी ही रिपोर्ट एबीपी न्यूज़ द्वारा भी प्रकाशित की गई है जो 25 दिसंबर 2024 की है।
पर हमें अपनी खोज में ऐसी कोई भी मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो।
इसलिए हम कह सकते हैं कि वायरल वीडियो में दिख रही संरचना संभल में खुदाई के दौरान मिली मस्जिद के दावे से सम्बंधित नहीं है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो में और तस्वीरों में दिख रही संरचना संभल के चंदोसी में खुदाई के दौरान निकली एक प्राचीन बावड़ी की है, जो कई दशकों से मिट्टी और कचरे के नीचे दबी थी। इसके बारे में खुदाई अब भी जारी है। इसका संभल में खुदाई के दौरान मस्जिद मिलने से कोई संबंध नहीं है।

Title:संभल में खुदाई के दौरान मस्जिद मिलने का भ्रामक दावा वायरल….
Written By: Priyanka SinhaResult: Misleading
