क्या बांग्लादेशियों ने वेस्टर्न कपड़े पहनने पर छात्रों के बाल काट दिए? नहीं, यह दावा झूठा है…

Communal Misleading

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है , जिसमें एक आदमी को पकड़कर उसके बाल जबरदस्ती काटे जा रहे हैं। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है  कि बांग्लादेश में भारतीय कपड़े पहनने और दाढ़ी न रखने पर छात्रों के साथ अत्याचार किया जा रहा है।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- बांग्लादेश में हर क्षेत्र में हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ रहे, कट्टरपंथियों ने स्कूल छात्राओं से की जाहिल हरकत, स्कूल छात्र भारतीय संस्कृति के कपड़े पहनते हैं और , दाढ़ी नहीं रखते इसलिए इनके बाल काट दिए, अब चुप रहकर कुछ नहीं होगा मोदीजी कुछ करना होगा, हिंदुओं पोस्ट मोदीजी तक पहुचाओं ।

ट्विटरआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि… 

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया, परिणाम में वायरल वीडियो की खबर हमें बांग्लादेश के मीडिया आउटलेट पर मिली। यहां पर वीडियो को 26 सितंबर 2025 में अपलोड किया गया था। इसमें हम वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट देख सकते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, मैमनसिंह में सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं ने दिवंगत कलाकार फरीदा परवीन के एक यादगारी कार्यक्रम के दौरान ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे जबरन बाल काटने की हाल की घटनाओं के खिलाफ एक प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें आयोजक शमीम अशरफ ने दरगाह संस्कृति पर हमलों और कलाकारों पर हो रहे अत्याचार की निंदा करने के लिए अपने बाल कटवाए।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए अधिक सर्च करने पर हमें वीडियो से जुड़ी अलग- अलग रिपोर्ट मिली। जिसे  यहां, यहां, और यहां पर देख सकते हैं।

दरगाह संस्कृति, बाउल और फकीरों पर हमलों की निंदा करने के लिए भी था, खासकर उस वायरल घटना के बाद जिसमें मैमन सिंह के ताराकांडा के एक फकीर हलीम उद्दीन अकंद को जबरन हिरासत में लिया गया और ईद-उल-अज़हा से पहले उनके बाल और दाढ़ी काट दी गई।

कार्यक्रम में लगे बैनरों पर ऐसे कामों को सांस्कृतिक कलाकारों पर अत्याचार बताया गया, जबकि सफेद कपड़े पहने कलाकारों ने ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे एक पेड़ के नीचे लालन के गाने गाए, जो लालन की मानवतावादी परंपरा को दिखाता है।

वहीं हमें एक और फेसबुक वीडियो मिला, जिसमें देखा जा सकता है कि वीडियो में दिख रहे लोग इस कार्यक्रम के बारे में बता रहे हैं।निम्न में वीडियो देखें।

निष्कर्ष-

तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, बांग्लादेश में भारतीय कपड़े पहनने और दाढ़ी न रखने पर छात्रों के साथ अत्याचार करने के दावे से वायरल वीडियो फर्जी है। असल में यह वीडियो बांग्लादेश के एक विरोध प्रदर्शन का है, जिसे गलत तरीके से शेयर किया जा रहा है। इसमें मशहूर सिंगर फरीदा परवीन की याद में हुए एक कार्यक्रम के दौरान कल्चरल एक्टिविस्ट बाल काटकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

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Title:क्या बांग्लादेशियों ने वेस्टर्न कपड़े पहनने पर छात्रों के बाल काट दिए? नहीं, यह दावा झूठा है…

Fact Check By: Sarita Samal  

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