इस वीडियो में तमिलनाडु पुलिस किसानों पर हमला नहीं कर रही है, बल्कि बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का वीडियो है।

देश में चल रहे किसान आंदोलन के बीच तमिलनाडु में त्रिची के किसानों के एक समूह ने पंजाब के किसानों के चल रहे ‘दिल्ली चलो’ मार्च को समर्थन दिया है। ऐसी ख़बरें आयी कि तमिलनाडु में किसानों ने नरमुंड के साथ प्रदर्शन किया। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो बड़ी तेज़ी से वायरल है। जिसमें पुलिस को भीड़ को हटाते, दुकानों को बंद कराते और कुछ लोगों पर लाठी चलाते देखा जा सकता है। यूज़र द्वारा ये वीडियो इस दावे से साझा किया जा रहा है कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के साथ एकजुटता दिखाने वाले तमिलनाडु के किसानों को तमिलनाडु में पुलिस ने बेरहमी से पीटा। वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है…
तमिलनाडु के किसान जो 2024 के किसानों के विरोध के साथ एकजुटता में खड़े थे, उन्हें तमिलनाडु में पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटा गया।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले यह देखा कि वीडियो में एएनआई लिखा हुआ है। इसके बाद हमने एएनआई के सोशल मीडिया अकाउंट की जांच की कि क्या किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान ऐसा हुआ था। जांच में हमें यह मिला कि वायरल वीडियो 13 फरवरी को एएनआई के एक्स अकाउंट पर शेयर किया गया था। जिसके साथ ट्वीट में लिखा था कि पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया।
इसी जानकारी के साथ हमें यही वीडियो टाइम्स ऑफ इंडिया के एक्स अकाउंट पर भी मिला।
हमें इस घटना के बारे में 14 फरवरी को प्रकाशित CNBC-TV18 की रिपोर्ट मिली। जिसके अनुसार बशीरहाट के संदेशखाली में यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ था। 13 फरवरी को उत्तर 24 परगना के बशीरहाट में भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। बताया गया है कि संदेशखाली में महिलाएं तृणमूल कांग्रेस नेता शाजहां शेख द्वारा कथित यौन उत्पीड़न को लेकर कई हफ्तों से विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। और ये प्रदर्शन उसी मामले का हिस्सा था।
हमने वीडियो में यह भी ध्यान दिया कि प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के झंडे पकड़े हुए थे। तो वहां के दुकानों पर बांग्ला अक्षरों में लिखा देखा।


इसके बाद हमने तमिलनाडु में किसानों पर लाठीचार्ज करने वाली पुलिस से संबंधित रिपोर्ट की भी खोज की। पर ऐसी कोई विश्वसनीय समाचार रिपोर्ट नहीं मिली।
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि वायरल वीडियो का संबंध किसान आंदोलन का समर्थन करने वाले तमिलनाडु किसानों पर पुलिस के लाठीचार्ज का नहीं है।
निष्कर्ष-
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो का तमिलनाडु के किसानों से कोई लेना-देना नहीं है।

Title:पश्चिम बंगाल के वीडियो तमिल नाडू में पुलिस द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज के नाम से शेयर किया जा रहा है।
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False
