सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर को ३० अक्तूबर, २०२० को बिहार के वैशाली जिले के रसूलपुर हबीब गाँव में २० वर्षीय गुलनाज़ खातून की नृशंस हत्या से जोड़ा जा रहा है, गुलनाज़ ने १५ नवंबर, २०२० को अपनी चोटों के कारण दम तोड़ दिया था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर पीड़िता के लिए न्याय की मांग ने जोर पकड़ा व #JusticeForGulnaz ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा क्योंकि परिवार के सदस्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए विरोध में बैठ गए थे |
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि बिहार की बेटी गुलनाज़ के इंसाफ के लिए तेजस्वी यादव कैंडल मार्च के साथ सड़क पर निकले हैं |
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि
“बिहार की बेटी गुलनाज़ के इंसाफ के लिए #Tejashwi #Yadav कैंडल मार्च के साथ सड़क पर उतर गए हैं। तेजस्वी यादव के आने से इस लड़ाई में मज़बूती मिलेगी और गुलनाज़ को इंसाफ मिलेगा। #JusticeforGulnaz |”
अनुसंधान से पता चलता है कि..
वायरल हो रही तस्वीर २०१८ से है जब पटना में एक व्यापारी की हत्या के विरोध में तेजस्वी यादव ने एक कैंडल मार्च में भाग लिया था |
जाँच की शुरुवात हमने इस तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम में हमें २४ दिसंबर २०१८ को प्रकाशित एक समाचार रिपोर्ट मिली, जिसके अनुसार तेजस्वी यादव ने एक व्यापारी गुंजन खेमका की हत्या के विरोध में कैंडललाइट मार्च में भाग लिया था | कैंडल लाइट मार्च में पटना के तेजस्वी यादव और कई अन्य राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं और अन्य व्यापारियों ने भाग लिया था |
ज़ी न्यूज़ द्वारा २४ दिसंबर २०१८ को प्रकाशित खबर के अनुसार बिहार की राजधानी में कैंडल मार्च के दौरान व्यापारियों के साथ तेजस्वी यादव भी शामिल हुए थे, वे मारे गए युवा व्यवसायी के लिए न्याय की मांग कर रहे थे |
इस विरोध की तस्वीरों को २०१८ में तेजस्वी यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से भी साझा की थी | ट्वीट में इस विरोध से सम्बंधित अन्य तस्वीरों को साझा करते हुए लिखा गया है कि “नीतीश सरकार अपराधियों के आगे नतमस्तक है। नीतीश जी और सुशील मोदी अपराधियों के आगे नाक रगड़ रहे है। व्यापारी वर्ग सपरिवार आक्रोशित है, ख़ौफ़ में है | @RJDforIndia उद्यमियों के साथ इस दुख की घड़ी में साथ है। उद्यमियों को डरने की जरुरत नहीं है।
कैंडल मार्च मे बड़ी तादाद में लोग शामिल थे |”
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर २०१८ से है जिसमें तेजस्वी यादव ने एक व्यापारी की हत्या के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के रूप में कैंडल मार्च में भाग लिया था |
Title:तेजस्वी यादव की एक पुरानी तस्वीर को वर्तमान गुलशन खातून हत्याकांड के विरोध प्रदर्शन का बता वायरल किया जा रहा है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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