False

2015 में चीन में हुए विस्फोट को तुर्की में नुक्लेअर विस्फोट के नाम से फैलाया जा रहा है।

वायरल वीडियो 2015 का है जब चीनी बंदरगाह टियांजिन में बड़े विस्फोट हुए थे और इसका तुर्की में हाल ही में आए भूकंप से कोई संबंध नहीं है।

तुर्की और उसके पड़ोसी देशों में बड़े पैमाने पर आए भूकंपों की एक श्रृंखला के बाद तुर्की से तबाही की दिल दहला देने वाली खबरें सामने आ रहे हैं। इनमें से हमें कुछ असंबंधित वीडियो मिले जिन्हें तुर्की में भूकंप बताकर शेयर किया जा रहा है। शहर के बीचोबीच एक ज़ोरदार धमाके के वीडियो को वर्तमान में सोशल मीडिया पर ये कहते हुए वायरल किया जा रहा है कि तुर्की में आये भूकंप के वजह से वहां स्थित एक नुक्लेअर प्लांट में विस्फोट हुआ।

पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “ब्रेकिंग: तुर्की के नुक्लेअर प्लांट में आग लगी है। बहुत बड़ा धमाका हुआ है। पूरी दुनिया खतरे में है। रेडियोधर्मी सामग्री पौधे से संक्रामक रूप से समाप्त हो जाती है।।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

इस वीडियो को गूगल पर रिवर्स इमेज और कीवर्ड सर्च करने पर हमने इस वीडियो को यूट्यूब पर 14 अगस्त 2015 को अपलोड किया हुआ पाया। इस वीडियो के कैप्शन के अनुसार ये वीडियो चीन के टियांजिन में हुए धमाके का है। 

इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने इस धमाके से संबंधित दुसरे वीडियो को ढूँढा, हमें बीबीसी न्यूज़ के चैनल पर इस धमाके से बारें में खबर मिला। इस वीडियो को 14 अगस्त 2015 में अपलोड किया गया था। ये घटना चीन के टियांजिन की है जिसमे 173 से अधिक लोग मारे गए थे। विस्फोट एक इमारत में हुए जहां जहरीले रसायन और गैस जमा थी। खतरनाक रसायनों के अवैध भंडारण के कारण हुए विस्फोट में उनकी भूमिका के लिए कारखाने के कर्मचारियों और सरकारी अधिकारियों सहित लगभग 49 लोगों को चीनी अदालत ने जेल में डाल दिया था।

द गार्जियन के अनुसार, जवाह डैन वैन ड्यूरेन द्वारा रिकॉर्ड किया गया यह वीडियो, 2015 में चीनी बंदरगाह शहर टियांजिन में एक औद्योगिक क्षेत्र में केमिकल प्लांट में हुए बड़े विस्फोट को दर्शाता है।

12 अगस्त, 2015 को एक चीनी मीडिया कंपनी, चाइना सिन्हुआ न्यूज ने केमिकल प्लांट में बड़े पैमाने पर विस्फोट का उल्लेख करते हुए इस घटना की सूचना दी।

हालांकि तुर्की के निर्माणाधीन अक्कुयू नुक्लेअर प्लांट के क्षतिग्रस्त होने की अफवाहें थीं। परंतु प्लांट बनाने वाली रूसी कंपनी ने इन अफवाहों का खंडन किया है। इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने भी तुर्की के अधिकारियों से पुष्टि की है कि अक्कुयू परमाणु प्लांट प्रभावित नहीं हुआ है।

निष्कर्ष:

तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। वायरल वीडियो तुर्की से नहीं है और ना ही इस वीडियो के तुर्की में आये भूकंप से कोई संबंध है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो 2015 का है जब चीनी बंदरगाह टियांजिन में बड़े विस्फोट हुए थे। यह वीडियो पुराना है और इसका तुर्की में हाल ही में आए भूकंप से कोई संबंध नहीं है।

Title:2015 में चीन में हुए विस्फोट को तुर्की में नुक्लेअर विस्फोट के नाम से फैलाया जा रहा है।

Fact Check By: Drabanti Ghosh

Result: False

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